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यथातथ्यानुपूर्वी -
अथवा
पूर्वानुपूर्वी णमो अरिहंताणं णमो सिद्धाणं
णमो आइरियाणं
णमो उवज्झायाणं
णमो लोए सव्वसाहूणं ।
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तत्त्वानुशासन
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४
तात्पर्य जैसे लड्डू को जिधर से भी खाओ मीठा ही मीठा होता है उसी प्रकार यथातथ्यानुपूर्वी विधि में णमोकार मन्त्र के पाँच पदों में से कोई भी पहले उठा लीजिये । शर्त इतनी ही है कि ध्याता ध्येय के प्रति सजग रहे । पाँच से अधिक पद न हों व पाँच से कम भी न हो ।
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१ २ ३ ४
णमो अरिहंताणं
णमो लोए सव्व साहूणं णमो आइरियाणं
णमो सिद्धाणं
णमो उवज्झायाणं
णमो सिद्धाणं णमो उवज्झायाणं
णमो अरिहंताणं णमो लोए सव्वसाहूणं णमो आइरियाणं
४
पश्चातानुपूर्वी णमो लोए सव्व साहूणं णमो उवज्झायाणं
१
णमो आइरियाणं
णमो सिद्धाणं
णमो अरहंताणं ।
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३ ४
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S
१ २
२
४
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३
उपर्युक्त चित्र इस यथातथ्यानुपूर्वी विधि का एक उदाहरण है । अंकों
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