Book Title: Swapna Sara Samucchay
Author(s): Durgaprasad Jain
Publisher: Sutragam Prakashak Samiti

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Page 16
________________ ११ सिर ग्युलिटन द्वारा कटवा दिया जाय । इस आज्ञाके अनन्तर मिस्टर मोरेको ग्युलिटन मशीनके पास ले जाया गया और उन का सिर ग्युलिटन यंत्र के नीचे रख दिया । न्यायाधीशने श्राज्ञा दी - “ सिर काटो ।" आज्ञा देते ही ग्युलिटनका चाकू यंत्रसे निकलकर मिस्टर मौरेकी गर्दन पर फिर गया । चाकूके गर्दन पर फिरते ही उन्हें कुछ ठण्डा ठण्डा अनुभव हुआ । तुरन्त उन की नींद खुल गई | नींद खुलते ही उन्होंने देखा कि जिस पलंग पर वे सो रहे थे उसकी मच्छरदानीकी पाटी उनकी गर्दन पर पड़ी थी। उन्होंने उस मच्छरदानीकी पाटीको अपनी गर्दन से हटा दिया । यही पाटी रात्रिकी शीतसे ठंडी हो गई थी, जिसका शीत -स्पर्श मिस्टर मौरेको हुआ था । जनसाधारणका यह विचार हैं कि स्वप्न में हम जो कुछ देखते हैं, उसका उलटा प्रभाव होता है या यह कि प्रातःकाल के समय देखे गये स्वप्न सच्चे होते हैं । यद्यपि इन मतोंमें कोई वैज्ञानिक तथ्य नहीं है, किन्तु फिर भी हमारे बहुतसे स्वप्न सच्चे होते हैं, तथा हमें आने वाले रोगों तककी खबर भी दे देते हैं । कारण यह है कि श्रादमीके बाहरी स्वास्थ्य के बिगड़ने से पहले भीतरकी विषमता उत्पन्न होती है और आनेवाले रोग विशेष प्रकारके स्वप्न उत्पन्न करते हैं । यही अवांछनीय स्वप्नों का कारण है । मनोवैज्ञानिक विद्वानोंके अनुसार स्वप्न चेतन मनके कार्य हैं | मनुष्यका चेतन मन अचेतन मनकी अपेक्षा भावी घटनाओंका अधिक ज्ञान रखता है, अत: कितनी ही भावी घटनायें स्वप्न द्वारा अपने आनेका संकेत कर देती हैं । इस प्रकार देखा गया है, अक्सर हमें अपने निकट सम्बन्धियों की मृत्युके समाचार प्राप्त होनेके पूर्व ही उनका ज्ञान स्वप्न द्वारा हो जाता है । इस प्रकारके स्वप्न देखने के अनेक उदाहरण मिले हैं । 1

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