Book Title: Swapna Sara Samucchay
Author(s): Durgaprasad Jain
Publisher: Sutragam Prakashak Samiti

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Page 15
________________ उठने लगता है, अर्थात् "सुत्तजागरो प्रोहीरमाणो" कुछ सोता और कुछ जागता हो तो उसे स्वप्न दिखाई देने लगते हैं। ___ अतीतकालकी घटनायें तो मनुष्योंको सदैव ही दिखाई देती रहती हैं, पर अगले कालमें घटनेवाली बातें भी स्वप्नमें अधिकांश दिखाई दे जाती हैं। कहा जाता है कि ऐसे स्वप्न मनुष्यों को पूर्वाभास देने के लिए ही दिखलाई देते हैं। मनोवैज्ञानिकोंका यह मत है कि स्त्रियां पुरुषों की अपेक्षा, विचारवान् आदमी जंगली आदमियोंकी अपेक्षा और बीमार प्रादमी स्वस्थ आदमी की अपेक्षा अधिक स्वप्नं देखते हैं। साधारणतासे प्रत्येक व्यक्तिके स्वप्न अलग अलग प्रकारके होते हैं । जिसप्रकार हमारी जाग्रत अवस्थाके अनुभव अलगअलग होते हैं, हमारी इच्छाएँ अलग-अलग होती हैं उसी प्रकार हमारे स्वप्न अनुभव भी भिन्न-भिन्न प्रकारके होते हैं। हमारे स्वप्नों के देशकाल जाग्रत अवस्थाके देशकालोंसे सर्वथा अलग होते हैं। क्योंकि वह थोडेसे कालमें ही लम्बे देखे जा सकते हैं । यही नहीं, स्वप्नावस्था में कुछ ही समयमें ऐसे अनुभव भी प्राप्त किए जा सकते हैं जो जाग्रत अवस्थाके वर्षों के अनुभवके बराबर ही। ____ एक दिन मिस्टर मौरे फ्रांसकी राज्य-क्रान्तिकी एक पुस्तक पढ़ रहे थे। उसे पढ़ते-पढ़ते ही वह सो गए। सुप्तावस्थामें उन्हें फ्रांसकी राज्य-क्रान्तिका स्वप्न दिखाई देने लगा। अपने स्वप्न में मिस्टर मौरे ने देखा कि क्रान्तिकारी व्यक्तियोंने उन पर भी कुछ भीषण आरोप लगाए हैं। फलस्वरूप उन्हें पकड़ लिया गया। तत्काल उन्हें न्यायाधीशके सन्मुख पहुंचाया गया। श्रीमौरे द्वारा अनेक यत्न करनेके अतिरिक्त भी न्यायाधीशने उन्हें दोषी ठहराया। इसके बाद न्यायाधीशने आज्ञा दी कि उनका

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