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उदाहरण :पहेलं चरण :- तयणु सुंदर करिवि सिंगारु
uuu,-uu uuu ---
३ + + ३ + ५ = १५ वीजु चरण :- आणंद-समुल्लसिय
--uu-uuu
१ +४+ ३ = ११ त्रीजुं चरणः रोम-राइ-रेहंत-विग्गहु
-u-u--,u- uu
५ +५+५ = १५ चो) चरण: कुरु-वंस-मंडण-रयणु
սմ – ս,-սս ,մսն
५ + ४ + ३ ___१२ पांचमुं चरण : सहल-विहिय-निय-दार-संगहु
uuu uu , u uu -u-uu
५ + ५ +५ = १५ प्रास: विग्गहु - संगहु ..
दोहा छंद - दोहा छंद चार चरणनो आंतरसम छंद छे. आंतरसम एटले जेनां चरण एकांतरे सरखां होय-एटले के पहेला अने त्रीजा चरणतुं माप एक सरखं अने वीजा अने चोथा चरणतुं माप एक सर. दोहामां चार चरण होवाथी ते आंतरसमा चतुष्पदी प्रकारनो छंद छे. तेना चार चरणमां अनुक्रमे १३, ११, १३, ११ ए प्रमाणे मात्रासंख्या होय छे. आ चरणोनुं गणबंधारण नीचे प्रमाणे छे : पहेलु अने त्रोजु चरण : ६ + ४ + ३ (छेल्लो त्रण मात्रानुं स्वरूप uuu) बीजु अने चोथुचरणं : ६ + ४ + १ (छेल्ली त्रण मात्रानुं स्वरूप-u)
बेकी चरणो प्रासबद्ध होय छे. उदाहरण: पहेलं चरण : सिविण-वियाणय नर नियय
uuu u—յսն սս, սնս
६ + ४ + ३=१३ बीजुं चरण : पुरिसिहि सद्दावेइ
uuuu -, -- u . .
६ + ४ + १ = ११ . . . . .