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भुजंगः - विषम माना
निर्बलः
= साँप
(snake) = जहर काराड
(poison) वर्धनम्
बढ़ाना
(increasing) नए धातु (New Roots) वर्ष, कम्प् A, बाध् A, वेप A, क्लिश् A नया उपसर्ग-युक्त धातु (New Prefixed Root) नि + वस नए विशेषण (New Adjectives)अवाञ्छितः अवाञ्छिता
अवाञ्छितम् आर्तः आर्ता
आर्तम् निर्बला
निर्बलम् उपदेष्टा उपदेष्ट्री
उपदेष्ट्र कुपितः कुपिता
कुपितम् नये अव्यय (New Indeclinables)– हन्त, हि नये महावरे (New Idioms)- देवः वर्षति, शीतं बाधते विशेषः
'युष्मद्' शब्द के षष्ठी विभक्ति एकवचन में दो रूप होते हैं-'तव' या 'ते' । परन्तु 'ते' वाक्य के आरम्भ में नहीं आता । (युष्मद् has two genetive Singular forms-तव and at I The second form a does not occur in the beginning of a sentence).पाठगतम्
कथा का सार है कि मूर्ख को उपदेश न दिया जाए। परन्तु यदि मूर्ख को उपदेश न दिया जाए तो वह निरा मूर्ख ही रह जाएगा। ऐसी अवस्था में क्या किया जाए ? युक्ति -संगत उत्तर दीजिए ? (The moral of the sotry is that we should not give advice to foolish people. But it is also true if a foolish person is not given any advice he or she will continue to remain foolish. In such a situation, what should we do? Support your
answer with arguments.) भाषा व्याकरणं च2. यथापृष्ट रूप लिखिए (Give forms as required)
पंल्लिगम स्त्रीलिंगम्
नप्सकालगम वन्द् + शानच् कम्प् + शानच बाध + शानच क्लिश् + शानच्