Book Title: Sanskrit Sopanam Part 04
Author(s): Surendra Gambhir
Publisher: Pitambar Publishing Company

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Page 86
________________ यत् 'पठ्' का एक रूप बनता है 'पठित्वा' । यहाँ कौन-सा प्रत्यय है ? इसी प्रकार के अन्य रूप बनाइएलिख्, प्र+नम्, आ+गम्, लभ् । याच नम् क्षिप्, प्रति+क्षिप् संस्कृत-लेखनम् 4. Jer afsty (Answer)— (क) संस्कृत्याः कि महत्त्वं भवति ? (ख) भारते विविधानां धर्माणाम् अवलम्बिनः कथं स्नेहेन वसन्ति ? (ग) आत्मशुद्धिः कथं जायते ? (घ) नारी-सम्मानमन्तरेण मनुना किमुक्तम् ? अनुवाद कीजिए (Translate)(क) आख़िरकार सबका लक्ष्य एक ही है । (Finally, everyone's aim is the same.) (ख) सूर्योदय से पहले उठना स्वास्थ्य के लिए अच्छा है । (Waking up before sunrise is good for health.) प्रत्येक संस्कृति दूसरी से भिन्न होती है । (Every culture is different from the other.) (घ) सन्तोष प्राप्त करो, यही सुख का मूल है। (Be content. This is the essence of religion.) अतिथियों का आदर-सत्कार सबका धर्म है । (Showing hospitality to guests is everybody's duty.) (ग)

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