Book Title: Sanskrit Sopanam Part 04
Author(s): Surendra Gambhir
Publisher: Pitambar Publishing Company

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Page 38
________________ 1885-तमे वर्षे अखिल राष्ट्रिय-महासभा (इण्डियन नेशनल कांग्रेस) अस्थाप्यत । दादा भाई नौरोजी, गोपालकृष्ण गोखले, लोकमान्यः तिलकः, लाला लाजपतरायः,विपिनचन्द्रपालः अन्ये च केचन नेतारः स्वातन्त्र्यशिखां सर्वत्र प्राज्वालयन् । || शब्दार्थाः एकता = संगठन (unity) अभावः = कमी (dearth, shortage) आयत्त = अधीन (subservient, slave) यत् = कोशिश करना (to try) युध् = युद्ध करना । (to fight) भेदनीतिः = फूट की नीति (policy of dividing) अव + लम्ब = सहारा लेना (to cling, to support oneself on) स्वतन्त्रता = आज़ादी (freedom) संग्रामः • = युद्ध (war) आदि = आदि (etc.) योजक = मिलाने वाला (joining) अनुशासन-सूत्रम् = अनशासन-रूपी धागा (thread of discipline) = योजना (plan) समाज-सेवक = समाज-सेवक (social worker) धर्म-प्रवर्तक धर्म का आरम्भकर्ता (founder of a religious sect) शिक्षा-शास्त्रिन् = शिक्षा-शास्त्री (educationist) महत्त्वम् महत्त्व (importance) भावना भावना (feeling) शिखा = ज्वाला (flame) प्र + ज्वालय् = जलाना (to kindle) नए धातु (New Roots)—यत् A, युध् A नए उपसर्गयुक्त धातु (New Prefixed, Roots) - अव+लम्ब् A, प्र+ज्वालय योजना ॥ ॥ ॥ ॥ 33

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