Book Title: Sanmatitarka Prakaranam Part 2
Author(s): Sukhlal Sanghavi, Bechardas Doshi
Publisher: Gujarat Puratattva Mandir Ahmedabad

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Page 365
________________ सन्मतिमूलगाथागताः शब्दाः। काण्ड गाथा व्या. पृ. शब्द ६२७ ४०७ काण्ड गाथा व्या. पृ. ३ १८,४६९,६६ ६३६,६५७, १५६१० ३ २९,३०,५८ ६४०,७२६ तहा - - م निव्विसेसं हिस्सामण मिस्सिा णिस्सियं णिहणं णिहणो णी س - तहेय तहेव - - ് १५,२४६१०,६१८ م م س مه س जेव ന ताव ന ६३४ तावइयं ६३८ ४५३ ६१९ णोइंदियं णोइंदियम्मि ന مه له ന त ന ४१६, तइओ तइगुणो तइआ तओ ३,७,२३, ५९६,६०७, २६,३१, ६१८,६२१, ३३,३४,३९ ६२२ २३,३१, ६४०,६४५, ३७,३९ ६४६ ६४६ ന م سه ر له س س ६२२, ന तत्तो ७,३९, ६३१,६४७, ३ ന ३७ तिअणुयं तिकाल तिकालविसयं तिण्णि ന तत्थ २४ ع سم ന तिण्हं ന तित्थयर ६४१ २७१,४५५ ന २७१ तित्थयरवयणसंगहविसे- १ सपत्थारमूलवागरणी तित्थयरासायणा तम्मि तम्हा arma. a ३२,४३ ६५० २,२७,३१, १७३,४२८, ३७,३८, ४४६,४४७, ३९,४०, ४४९,४५२, ४२,४७, ७,३० ६२०, १४,२२,२३,६३७,६३८, २६,२९,५८ ६४०,७२६ ४ ९,१३,२१ ४०८,४१५, ४१९ ८,१७,२८, ६०७,६१६, २९,३०,३८ ६१९,६२०, ६२०,६२३ ८,१३,३१, ६३३,६३५, ६५ ६ ४०,७४६ ६०५ ६२१ तित्थयरासायणाभीरू २ तिस्थिय ति विह ४९ तिविहजोगसिद्धी तीय __३१ तीयाणागयभूया तीसइ तीसइवरिसो ४० ४३० ३ or orarorm ६२४ तयं तव्वाओ तस्स mm or १९,२२,३६ ६१७,६२३ २ तह ४,५,३२,४५ ३४९,४३१, ४४०,४५०, ३६,४१ ६२३,६२४ १०,१५,२३, ४१६,४२१, २५,४६ ४५० ५,६,१४, ६०६,६०७, ३९,४३ ६२३,६२५ ! or १४,१६, ६४० १९,३० ३३ ४४० १५,२४,२७,४१६,४२१, २८,४८४२३,४२९, or ४५३

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