Book Title: Safal Hona Hai to Ek Tir Kafi Hai
Author(s): Chandraprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

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Page 17
________________ peerence 38-2000-500RRROA0000000000002 8249983860951ARAKHNAAKANKatyay / 9 T RARAMGARNERani 1508 A जीवन को प्रेम, सम्मान और मधुरता से भरिए। जिनसे आप प्यार करते हैं उनकी देखभाल कीजिए, उन्हें सम्मान दीजिए और उनके प्रति रहने वाली जिम्मेदारी को निभाइए। संबंध व्यक्ति से जोड़िए, व्यक्ति के स्तर से नहीं। स्तर का ग्राफ कभी ऊपर चढ़ सकता है तो कभी नीचे लुढ़क सकता है। स्तर से संबंध जोड़ने वाले अवसरवादी होते हैं। आप अवसरवादी बनकर स्वार्थ मत साधिए वरन मित्र बनकर सुख-दुख और मान-अपमान के हर लम्हे में कंधे से कंधा मिलाइए। हमेशा मुस्कुराता हुआ चेहरा रखिए। फोटोग्राफर को यह कहने का मौका ही मत दीजिए - 'स्माइल प्लीज़।' भगवान ने इंसान के भाग्य में ऐसा कोई दिन लिखा ही नहीं है जिसमें ख़ुशी के दो पल न हों। सख्त चेहरा चट्टान की तरह होता है और मुस्कुराता चेहरा गुलाब की तरह। आप खुद ही निर्णय कीजिए कि आप गुलाब होना चाहते हैं या चट्टान ? तय है औरों को ख़ुशियाँ वही बाँट सकेगा जो स्वयं खुशमिजाज़ रहेगा। 200336403005ASANAMRAPRA 0338900AME Coomupastotr328 ARRIORSalcocodonethodoorimportant Pape WARE Me Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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