Book Title: Safal Hona Hai to Ek Tir Kafi Hai
Author(s): Chandraprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

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Page 33
________________ * क्रोध और झल्लाहट से बचिए, क्योंकि क्रोध में हम वह सब कुछ कहने और करने लग जाते हैं, जिसे हम स्वयं सामान्य परिस्थिति में बुरा समझते हैं । धीरज रखिए और लड़ाई-झगड़े से बचिए । सूअर से लड़कर अगर आप जीत भी गए, तब भी कपड़े तो आपके ही ख़राब होंगे । 老 सदा प्रसन्न रहिए। यह वह परफ्यूम है जिसकी ख़ुश्बू दूसरों तक पहुँचाने के लिए पहले इसे अपने पर छिड़किए । * एक घंटे की ख़ुशी के लिए झपकी लीजिए, एक दिन की ख़ुशी के लिए पिकनिक मनाइए, एक सप्ताह की ख़ुशी के लिए हिल स्टेशन पर छुट्टियाँ मनाइए, एक महिने की ख़ुशी के लिए विवाह कीजिए और एक वर्ष की ख़ुशी के लिए किसी अमीर आदमी के गोद चले जाइए, पर जीवनभर की ख़ुशी के लिए हर हाल में मस्त रहने की आदत डालिए । * ध्यान रखिए यदि आपकी चूहेदानी दूसरों से बेहतर है तो आप भले ही जंगल में भी क्यों न हों, आपके पास चूहे अपने आप ही चले आएँगे । Jain Education International For Personal & Private Use Only 32 www.jainelibrary.org

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