Book Title: Safal Hona Hai to Ek Tir Kafi Hai
Author(s): Chandraprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

View full book text
Previous | Next

Page 31
________________ कैसा हो हमारा व्यवहार मिठास से बोलिए যতা চালিয়ে * कुशल व्यवहार आपके जीवन का आईना है। इसका आप जितना अधिक इस्तेमाल करेंगे आपकी चमक उतनी ही बढ़ जाएगी। * सबको प्रेम और सम्मान दीजिए। यह आपकी ओर से दिये जाने वाले महंगे जोधपुरी सूट और बनारसी साड़ी से अधिक प्रभावी और बेशकीमती है। विनम्रता को ग्लीसरीन की तरह अपनाइए ताकि फटे हुए संबंधों की त्वचा फिर से स्वस्थ, सुन्दर और सुकोमल हो सके। * चुप भी रहिए और बोलिए भी। बोलना अगर चांदी है तो मौन रहना सोना है। मछली अगर मुँह बंद रखना सीख जाए तो वह मुसीबत में फँसने से बच सकती है। * भाषा इज़्ज़त की बोलिए। हर शब्द 30 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98