Book Title: Ritthnemichariyam Part 3 1
Author(s): Swayambhudev, Ramnish Tomar, Dalsukh Malvania, H C Bhayani
Publisher: Prakrit Text Society Ahmedabad
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तिघण्णासमो संधि
एक्कु पत्थु रिउ-सेण्णु भणंतउ धाइउ हणु-हणु-कार करतउ लइउ धणंजएण अण्णण्णेहिं तीरिय-तोमर-थूणा-कण्णेहि सेल्ल-बराय-कण्ण-णाराएहिं कणि घ-बइहत्थिय-संघाएहिं छिपाई उब्भड-भिउडी-भीसई कंधर-कर-चरणंगुलि-सीसइ तहिं पमाण-अइमाणुस-गम्में हक्कारिउ वीहच्छु सुहम्में पहरु पहरु जइ पंडहे गंदणु पहरु पहरू जइ साल जणगु पहरु पहरु जइ भीमहो भायरु पहरु पहह जइ तव-सुय-किंकरु पहरु पहरु जइ कुल्लू पणियारहि पहरु पहरु जइ जसु वित्थारहि ८
धत्ता तं णिसुणेवि पत्थे समर-समत्थे पाडिउ सत्तहिं सरेहिं धउ । विहि छिण्णु सरासणु छहि सुय-गंदणु भाइ सुसम्महो तणउ हउ ।। ९
ताम सुसा में सत्ति विसज्जिय तहिं वारह कण्णेहि परज्जिय ताडिउ तोमरेहिं णारायणु तासु-वि परथे किउ विणिवारणु कउर-वलोए घरेवि ण सक्किउ तो सारोह महा-करि हक्किउ तवणरिंद पडिलग्ग परोप्परु जाउ रणंगणु सुठु भयंकर विण्णि-वि वावर ति णाराएहि णं जलहर धारा-संघाएहिं मग्गण मग्गणेहिं विणिभिंदइ णरु णाराय-सहासेहिं छिदइ हत्थि व हत्थि-हडउ रणे गज्जइ सव्वहु एक्कु मडप्फरु भंजइ ताम घणजएण सु-विसेसें रहु परियत्तेवि वाम-पएसे
घत्ता सहसा सोवणे थूणा-कण्णे लोयण-महुयरु सवण-इ . णर-णियर-गिरोहहो हत्यारोहहो पाडिउ पत्थे सिर
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