Book Title: Rajasthani Hindi Shabdakosh Part 01
Author(s): Badriprasad Sakariya, Bhupatiram Sakariya
Publisher: Panchshil Prakashan

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Page 19
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir मकढियो (२) प्रकळीस अकढियो- दे० प्रकढ । प्रकराळ-(वि०) १. भयंकर । विकराल । प्रकतो-दे० अगतो। २. जो भयंकर न हो। प्रकथ-(वि०) १. नहीं कहने योग्य । २. जो अकरूर-दे० अक्रूर । नहीं कही गई हो। प्रकर्ण-(वि०) १. बिना कान वाला। अकथ-कथ-(ना०) १. अकथनीय बात । २. बहरा । (न०) साँप । २. अकथनीय घटना । ३. जिसका वर्णन अकर्तव्य-(वि०) नहीं करने योग्य । अनुनहीं किया जा सके. उसकी चर्चा । चित । (न०) दुराचरण । ४. ईश्वर के अकथनीय गुणों का वर्णन। अकर्ता-(वि०) १. न करने वाला । अकथनीय-(वि०) जिसका वर्णन नहीं हो २. मानसिक रूप से कर्मों से अलिप्त । सके। अवर्णनीय। अकर्म-दे० अकरम । अकन कँवारी-(वि०) १. आजीवन अकर्मण्य-(वि०) निकम्मा । निकामो । क्वारी। २. प्रखंड क्वारी । (मा०) अकर्मा-(वि०) १. बिना काम का । १. अक्षतयोनि । २. ब्रह्मचारिणी। २. प्रालसी । ३. निकम्मा। निकामो । अकन कँवारो- (वि०) १. वह जिसका ४. फुरसत । बेकार । निवरो । दे० कौमार्य खंडित नहीं हुआ हो। प्रखंड प्रकर्मी । अकरमो। क्वारा। २. आजीवन क्वारा । बाँढो। प्रकर्मी-दे० अकरमी । ३. अक्षत वीर्य । प्रकल-(ना०) बुद्धि । अक्ल । समझ । अकन कुवारो-दे० अकन कँवारो । अकळ-(वि०) १. जो समझा नहीं जा अकबर-(म0) एक मुगल बादशाह सके । २. समर्थ । शक्तिमान । ३. सीमा (१५५६-१६०५ ई०) का नाम । रहित । असीम । ४. समस्त । संपूर्ण । अकबंध-(वि०) १. बिना खोला हुआ। समूचा । ५. व्याकुल । (नि०) १. परब्रह्म । २ बिना तोड़ा हुआ । ३. पूरा। समस्त।। २. ईश्वर । ३. शिव । ४. ज्यों का त्यों। ५. सीलबंध । साबुत । अकलकरो-(न०) अकरकरा । एक औषधि । माखो। अकलमंद--(वि०) १. अक्लमंद । बुद्धिमान । अकरण-(वि०) १. जिसको कोई कर न समझदार । २. मंद अक्ल का । बेसमझ । सके। जो किया नहीं जा सके । २. जो अकलवान- (वि) अक्लमंद । समझदार । करने योग्य नहीं । ३. अघटनीय । अळक-विकळ-(वि०) प्राकुल-व्याकुल । ४. असंभावीय। घबराया हुआ। अकरगण-करण-(न०) १. ईश्वर । २. नहीं प्रकळ क-(वि०) १. कलंक रहित । किये जा सकने वाले को करने वाला। निष्कलंक । २. निर्दोष । (न०) ईश्वर । प्रकरणीय-(वि०) नहीं करने योग्य । अकळाणो-दे० अकळावणो । अकरम-(न०) १. अकर्म । २. कुकर्म। अकळामरण-(ना०) १. घबराहट । व्या. खोटो काम । कुलता । बेचैनी । २. अमूमरण । ३. ऊब । अकरमी-(वि०) १. अकर्मी । पापी। अकळावरणो-(त्रि०) १. अकुलाना । घब २. बुरा काम करने वाला । कुकर्मी। राना । २. उकताना । ऊबना । ऊबणो । अकरमो-(वि०) निकम्मा । १. निकामो। अकलीम-(न०) १. राज्य । २. देश । २. निवरो । दे० अकरमी। अकळीस-(न०) ईश्वर । For Private and Personal Use Only

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