Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 2
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
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हादिरमिकरणास सुविजणु घरेजर पियाड गाय प सामका किसान सजाय सदा हरिहरिकंतु कड़े विहरिवं
माकपर सुपमत काममा मिठास मूलिप यासिका अवस चकरण सरिहरु सठि पाहवंससापाठिं उदममकुम या पिनंद मरुपी
भगवान आदिनाथ के राज्याभिषेक का एक दृश्य |
किरार ताम
सम्राट् भरत को सेनायें दिग्विजय के लिये प्रस्थान कर रही हैं ।
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मन्दमरणसरखरधिहखेषु सविलासविलासिपिटि कामधेयकाचीणपरिवरिया जसपर साथिय
वष्य ममरपाली गुरुथाण पययणमिव मतपत्रु जिवदापक्षियदीर मद सरी हुदसणसी सरकाराविया कपणादिक सुकाणा
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दिन ज्याम
महामन्त्री भरत और महाकवि पुष्पदन्त की प्रथम भेंट | !