Book Title: Painnay suttai Part 1
Author(s): Punyavijay, Amrutlal Bhojak
Publisher: Mahavir Jain Vidyalay
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४५४
५ ४०३०. पण्णासं तु सहस्सा सीसाणं आसि अरजिनिंदस्स ।
पणयस्स सुभूमेणं देवीए - सुदरिसणसुयस्स १८ ॥ ४८९ ॥ ४०३१. चत्तालीस सहस्सा मल्लिजिणिंदस्स सीसपरिवारो ।
अजियंजियमहियस्स य पभावती - कुंभपुत्तस्स १९ ॥ ४९० ॥
१०
परण्णयसुत्ते
४०२८. बावट्ठिसहस्साइं संतिजिनिंदस्स सीसपरिवारो ।
नारायणमहियस्सय अराए - वीससेणस्स १६ ॥ ४८७ ॥ ४०२९. स िं तु सहस्साई कुंथुजिनिंदस्स सीसपरिवारो ।
कोणालगमहियस्स य सिरीए सूरस्स य सुयस्स १७ ॥ ४८८ ॥
२०
४०३२. मुणिसुव्वयस्स तीसं साहस्सीओ अहेसि सीसाणं ।
विजयस्सयन मिस्स य सुमित्त - परमावइसुयस्स २० ॥ ४९१ ॥ ४०३३. वीसं साहस्सीओ सीसाणं नभिजिदिपरिवारो ।
जीवगरायनयस्सा वप्पाए-विजयतणयस्स २१ ॥ ४९२ ॥ ४०४४. अट्ठारस य सहस्सा सीसाणं आसि रिट्ठनेमिस्स ।
कन्हेण पणमिस्स य सिवा-समुद्दाण तणयस्स २२ ॥ ४९३ ॥
१५ ४०३५. सोलस साहस्सीओ पासजिणिंदस्स सीसपरिवारो ।
महियस्स पसेणइणा सुयस्स वम्मा - Ssससेणस्स २३ ॥ ४९४ ॥ ४०३६. चोइस साहस्सीओ सीसाणं आसि वडमाणस्स ।
सेणियरायनयस्सा तिसिला - सिद्धत्थतणयस्स २४ ॥ ४९५ ॥
[गा. ४९६ - ५२६. चउव्वी सइजिणाणं अंतराई नयरीओ य] ४०३७. ओसप्पिणीइमीसे जिणंतरसमुट्ठिएण कालेणं ।
वोच्छामि चउव्वीसं अरहंते भारहे वासे ॥ ४९६॥ ४०३८. तइयसमा परि निव्वुयतिवास अद्धनवमा ससेसम्म । उसभजिणरायखत्तिय जिणवंसपगट्टवणियाए ॥ ४९७ ॥
१. अत्राऽऽवश्यकनिर्युक्तौ 'कोसलपुरं' इत्यस्ति, गा० ३८२॥
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