Book Title: Karmpath
Author(s): Premnarayan Tandan
Publisher: Vidyamandir Ranikatra Lakhnou

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Page 51
________________ राकेश . मिठाई खाने से दाँत खराब हो जाते हैं। सतीश थोड़ी देर पहले हरी ने खाई थी, सुधा ने खाई थी। सभी रोज ख.ते हैं। . [ राकेश कुछ उत्तर नहीं देता, सुधा और सतीश दोनों उसकी अोर ताकते हैं। फिर एक बार गन्ने वाले को उचककर देख लेते हैं। राकेश अब भी चुप है ।] सतीश ( पुनः उमी स्वर से ) बहन के दाँत तो खराब ही हैं। इन्होंने कब मिटाई खाई थी ? शोला मैंने तो बहुत दिनों से चक्खी भी नहीं है मिठाई। गुड़ कभी कभी मिल जाता था। अम्माँ कहती हैं-गुड़ भी अब नहीं मिलता। सतीश हरो, सुधा, मोहन, सब शकर की मिठाई खाते हैं। हमें कभी गुड़ भी नहीं मिलता। | হলি ऐसा क्यों है भैया ?

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