Book Title: Karmpath
Author(s): Premnarayan Tandan
Publisher: Vidyamandir Ranikatra Lakhnou

View full book text
Previous | Next

Page 62
________________ ( ६२ ) रही है और लू का जोर खूब बढ़ा हुआ है। कमरे में बड़ी तपन और जरा जरा सी देर में पंखा झलना पड़ता है । राजीव तीस वर्ष की अवस्था । खुलता हुआ गेहुआ रंग । बाल घुँघराले पर कान के पास दोनों ओर खिचड़ी हो चले हैं। मुख पर गंभीरता मिश्रित मलिनता है । इकहरा शरीर, पर भुजाओं की मछलियों से जान पड़ता है कि बहुत दिन पहले कुछ कसरत की थी । मोटी धोती बंगाली ढंग से बाँधे और सैंडोकट वनियान पहने है । आँख पर चश्मा है काले फ्रेम का जो ज्यादा अच्छा नहीं लगता । कभी दाहने हाथ से पंखा झलता है कभी बाएँ से और क्षण भर रुक कर फिर लिखने लगता है । शची दस वर्षीय बालिका । रंग गेहुआ, आकृति सुन्दर । मुख पर भोलापन और सरलता है; परंतु हँसती कम है। एक फिराक और जाँघिया पहने है | मुख पर लाल टिकुली की बिंदी है । हाथ में रँगीन चूड़ियाँ हैं । स्लेट और किताब लिए एक छोटी चौकी सामने रखे बैठी है। पढ़ने लिखने की ओर उसका ध्यान कम है । पिता की ओर बार बार देखती है जैसे कुछ कहना चाहती है । ] राजीव ( लिखते लिखते रुककर अँगड़ाई लेता हुआ ) शची ! पानी तोल | बेटी !

Loading...

Page Navigation
1 ... 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129