Book Title: Karmpath
Author(s): Premnarayan Tandan
Publisher: Vidyamandir Ranikatra Lakhnou

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Page 55
________________ { ५४ ) राकेश ( फीकी हँसी हँसकर ) रुपए उन्हीं को मिलते हैं जो ( हाथ ऊँचा करके ) इतने बड़े हो जाते हैं । सतीश बहन कहती है मैं बड़ा हो गया; पर इतना बड़ा होने में तो बहुत दिन लगेंगे। • राकेश हाँ, तभी रुपए मिलेंगे । सतीश ( कुछ देर सोचकर ) देता कौन है रुपए ? राकेश क्या करोगे यह जानकर ? सतीश उससे चलकर कहेंगे, हमारे बाबू जी बीमार हैं । उनके रुपए हमें दे दो । राकेश रुपए राम जी देते हैं। उनके यहाँ एक का रुपया दूसरे को नहीं दिया जाता । शीला राम जी कौन ? कहाँ रहते हैं ?

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