Book Title: Kalpasutra
Author(s): Devendramuni
Publisher: Amar Jain Agam Shodh Samsthan

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Page 412
________________ ४६. (क) आवश्यक नि० गा० ३५५ ६५. (क) आवश्यक नियुक्ति गा० ४० ..(ख) त्रिषष्टि० ११६.१६ (ख) आवश्यक चूणि पृ० २२६ १०. (क) आव० नियु० गा० ३५६ ६६ (क) आवश्यक मलय० वृ० २४सार (ख) त्रिषष्टि० १।६।२० (ख) त्रिषष्टि० १०।१८३ ५१. (क) आव० नियु० गा० ३५७ ६७. (क) आवश्यक भूणि पृ० २३१ (ख) त्रिषष्टि० ११६।२१ (ख) आवश्यक मलय.० ५० २४६ ५१. (क) आवश्यक नियुक्ति गा० ३५८ (ग) उत्तर पुराण ७४।१०६ से ११० पृ०४५० (ख) त्रिषष्टि० १।६।२२ (घ) समवायाङ्ग सूत्र २६० सुत्तागमे ३८१ ५३. (क) आवश्यक नियु० गा० ३५६ ६८. (क) आवश्यक चूणि पृ० २३१ (ख) त्रिषष्टि० १।६।२३ (ख) आवश्यक मलय० वृत्ति २४६ ५४. आवश्यक नि० गा० ३६० ६६. (क) आवश्यक चूणि पृ० २३१-२३२ ५५ आवश्यक नि० गा० ३८८ (ख) आवश्यक मलयगिरि वृत्ति० २४६ (क) आवश्यक नि० ३६० (ग) उत्तर पुराण ११६ पृ० ४५१ (ख) त्रिषष्टि० १०६।२७ (क) आवश्यक चूणि पृ० २३२ ५७. (क) आवश्यक भाप्य गा० ४४ प० २४३ (ख) आवश्यक मलय० प० २४६ (ख) आवश्यक नियुक्ति गा० ३६७ (ग) त्रिषष्टि०१०१११०६ (ग) महावीर चरियं गुण० गा० १२४ प्र०२ (घ) महावीर चरियं ३।११।४० ५८. (क) आवश्यक नियु० गा० ४२२, से ४२४ (5) उत्तर पुराण ७४।११७ (ख) महावीर चरियं गा० ५२६ से १२८ (च) समवायाङ्ग मूत्र २६२ सुत्तागमे ३८१ तक प्र०२ ७१. (क) आवश्यक मलय० वृत्ति २४६ (ग) त्रिषष्टि ११६ श्लोक ३७२-३७८ (ख) आवश्यक चूणि २३२ ५६. (क) आवश्यक नियुक्ति गा० ४२८ (ग) त्रिषष्टि० १०१।१०७ (ख) महावीर चग्यि गा० १२६५० २४४७२. (क) समवायाङ्ग सूत्र २५७ सुतागमे पृ० ३८० ६० आवश्यक नियुक्ति गा० ४३१ (ल) आवश्यक पूणि पृ० २३२ ६१. आवश्यक नियुक्ति गा० ४३२ (ग) आवश्यक मलय० वृत्ति १०२५०११ ६२ (क) आवश्यक मलय० वृत्ति प० २४७१ । ७३. (क) आवश्यक चूणि १०२३३ (ख) महावीर चरियं पर्व ६ श्लोक२६-३२ (ख) त्रिषष्टि० १०।१४१२२-१२३ (ग) त्रिषष्टि० पर्व १, सर्ग ६, श्लोक २६से३२ ७४. (क) आवश्यक चूणि पृ० २३३ ६३. (क) आवश्यक मलयगिरि वृत्ति प० २४७।१ (ख) त्रिषष्टि० १०१।१३६-१४० (ख) त्रिषष्टि० ११६।४८ (क) आवश्यक मलय० वृ० १०२५०१२ (ग आवश्यक नियुक्ति ४३७ (ख) आवश्यक चूणि पृ० २३४ (घ) महावीर चरिय गुणचन्द्र ५० २२ ७६. (क) आवश्यक चूणि पृ० २३४ ६४. (क) आवश्यक नियु० गा० ४३८५० २४७ (ख) आवश्यक नियुक्ति मलय० वृ० २५० (ख) उत्तर पुराण ७४।६६, पृ० ४४७ (ग) उत्तर पुगण ७४।१६१से१६४ पृ० ४५४

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