Book Title: Jivandhar Charitra Author(s): Kshatrachudamani Publisher: Mulchand Kisandas Kapadia View full book textPage 6
________________ - मुंबाई निवासी दानवीर जैनकुलभूषण शेठ माणेकचंद हीराचंद जे. पी. ना भाणेजना भाणेज भाइ ठाकोरदास भगवानदास झवेरी के जेओ मुंबाई दिगंबर जैन प्रांतिक कोन्फरन्सना उपदेशक विभागना सेक्रेटरी तथा ही. गु. जैन बोर्डिगना आ. सेक्रेटरी छे, तेओए पोताना स्वर्गवासी पिताजी शेठ भगवानदास कोदरजीना स्मरणार्थे आ ग्रंथ अने ए पछी एवा अनेक ग्रंथो प्रकट करवानी जे स्थायी गोठवण करी छे, ते अत्यंत धन्यवादरुप अने बीजा भाइआए अनुकरण करवा योग्य छे. जो आ मुजब मृत्युना स्मरणार्थे शास्त्रदान माटे स्थायी रकम काढबामां आवती रहे, तो भाविष्यमां ढगलाबंध पुस्तको गुजराती भाषामां मफत प्रकट थइ शके. आवी रीते शास्त्रदान करवाथी पुण्य, कीर्ति, अमरनाम अने चारे प्रकारना दाननी प्राप्ति थाय छे, माटे श्रीमंत बंधुओर्नु आ बाबत उपर लक्ष खेंची आ टुंक उपोद्घातथी विरमीए छाए. वीर संवत २४३९ । जैन जाति सेवक. मुलचंद कसनदास कापडीया चैत्र सुदी ४ ता. १०-४-१३ ) ओ. संपादक “ दिगंबर जैन ''-सुरत. .Page Navigation
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