Book Title: Jain Siddhanta Bol Sangraha Part 08
Author(s): Bhairodan Sethiya
Publisher: Jain Parmarthik Sanstha Bikaner

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Page 280
________________ श्री सेठिया जैन अन्यमाला ~~~ ~~~~~~~~~ ~~rm विषय बोल भाग पृष्ठ प्रमाण प्राभृतिका दोप ३४७१ ३५९ श्राव ह भ नि गा.११०५८ पृ ५१६,प्रय द्वा २गा १०३-२३ प्रव.द्वा ६७ गा ५६५,५। प्राभृतिका दोप ८६५ ५ १६३ ाधि ३२लो २२टी ३८, . प्रामित्य दोप ८६५ ५ १६३ [ पि नि गा, पि.वि गा । . ३,पना.१३गा५ । प्रायश्चित्त ४७८ २९ व २०,उत्तम ३० गा ३०, ठा ६सू । ११,मव द्धा.६ गा.२७१ पायश्चित्त पाठ ५८१ ३ ३७ ठा ८र ३ .६०५ प्रायश्चित्त के अन्यचार भेद२४५२१ २२३ या ४ उ.१ सू २६३ प्रायश्चित्त के पचास भेद ६३३ ३ १६३ मग.२५३७ १८०२,उय. स् २०,ठा.१०३ ३ सू ७३३ प्रायश्चित्त के पचास भेद १००४ ७ २७१ भ म २५उ ७ सू.८०२ प्रायश्चित्त चार २४५क १ २२२ ठाउ १ र २६३ प्रायश्चित्त झूठा कलंक ४६० २६२ (जी) ३.६ लगाने वाले को प्रायश्चित्त दस ६७३ ३ २६० मश.७,ठा.१० १७३३ प्रायोगिकी क्रिया २६६ १ २८२ टा.२३.१२१६० ठाउ २२ ४१६, प्रारम.८५६१८ मियसेन कृष्णारानी ६८६३३४७ प्रत०१६ प्रेम निःसत असत्य ७०० ३ ३७२ या १० १७८१,पन १.११४४ ५६४, अधिनमो. ८१५ १२२ प्रेम प्रत्यया (पेजयत्तिया) २६६ १ २८२ ठा २३ ११ ६ ०,टा. ५२.२१ क्रिया ४१६,मायदा स्पृ.१४ फूल की उपमा से पुरुषचार१७१ ? १२७ ठा । उ.४१ ३२.

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