Book Title: Jain Rajnaitik Chintan Dhara
Author(s): Rameshchandra Jain
Publisher: Arunkumar Shastri

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Page 129
________________ 119 फुटनोट) SyGR' 1. नीतिवाक्यामृत 21/5 2. द्विसंधान महाकाव्य 2/18 3. वही 2/4 4. वही 2:13 5. क्षत्रचूड़ामणि 315 6. गद्ययचिन्तामणि - द्वितीय लम्भ पृ. 124 7. छत्रचूडामणि 3/4-8 8. नीतिवाक्यामृत 21/5 9.21/4 (वही) 10, नीतिवाक्यामृत 2117 11. वही 21/8 12. वही 21/9 13. वही 21/10 14. वही 21/11-12 15. वही 21/13 16. नीतिवाक्यामृत 26/20 17. वही 27/47 18. वही 29794 19. बही 29/95 20. वहीं 11/36 21. वही 17/55 22. वहीं 21/7 23. आदिपुराण 37185 24. नीतिवाक्यामृत 18/51 25. वहीं 18/52 वहा Asa 28, वहीं 8/5 29. वहीं 84 30. नीतिवाक्यामृत 18/8 31. नोतिवाक्यामृत 18/9 32. वही 18/7 33. वही 18/10 34. वही 18/53 35. वही 18/54 ॐ. वही 8/11 37. यही 8/12 38. वही 87 39. वही 8/7 40. वहीं 19/14 41. वही 19118 42. वही 19721 43. वही 26/42 44. नीतिषाक्यामृत 18/55 45. वही 18158 46. वही 18/56 47. नही !37 48. वही 18/66 49. वहीं 18167 50. वहीं 18165 51. आदिपुराण 29/25 52. वही 32/182 53. वही 30/103 54. वहीं 30/105-105, 30/107-108 55. वहीं 31/61 36. वही 32/98 57. वहीं 42/177-178 58. आदिपुराण 16/254 59. वहीं 29126 60. नीतिवाक्यामृत 21/24 61. वही 18/68-69 62. वही 18/71 63. वहीं 18/72 64. नौतिवाक्यामृत 19/22 65. वही 19/23 66. वही 21/2 67. वही 21 68. वही 23 69. यही 212 70. वही 3/17

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