Book Title: Jain Itihas
Author(s): Kulchandrasuri
Publisher: Divyadarshan Trust

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Page 6
________________ अनुमोदना... अनुमोदना... अनुमोदना... सिद्धांत महोदधि, कर्म साहित्यनिष्णात प.पू.आ. देव श्रीमद् विजय प्रेमसूरिश्वरजी म.सा.नी स्वर्गारोहण अर्धशताब्दि (२०२४-२०७४) निमित्ते तथा वैराग्यवारिधि, आयड तीर्थोद्धारक प.पू. आचार्यदेव श्रीमद् विजयकुलचंद्रसूरिश्वरजी म.सा.ना ५० वर्षना संयम जीवनना (२०२३-२०७३) सुवर्ण अवसरे आ ग्रंथना लाभार्थी स्व: ताराबाई रतनचंदजी सवाईमलजी तलेसरा परिवार । पुत्र : रमेशकुमार , पुत्रवधु : आशा पौत्री : शिवांगी, ऐश्वर्या, नेहा हा ___ सादड़ी (राजः) हाल भायखला-मुंबई.

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