Book Title: Gunsthankramaroha Author(s): Shekharsuri Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund View full book textPage 5
________________ पृष्ठाङ्क: पृष्ठाङ्क: श्लोकाङ्कः ६७-७१ विषयानुक्रमः | गुणस्थानाभिधानानि मिथ्यात्वगुणस्थाननिरूपणम् सास्वादननि० मिश्रनि. अविरतिसम्यग्दृष्टिनि० देशविरतिनि० प्रमत्तनि० अप्रमत्तनिक अपूर्वादिनि ध्यातृस्वरूपम् प्राणायामस्व० अनुक्रमणिका श्लोकाङ्कः | विषयानुक्रमः २-४ शुक्लध्यानाद्यभेदस्व० ५-९ अनिवृत्तिस्व० उपशमकस्वरूपम् क्षपकस्वरूपम् १८-२३ शुक्लध्यानद्वितीयभेदस्व० २४-२५ सयोगिस्व० २६-३१ अयोगिस्व. सिद्धस्य गतिसिद्धिः ३७-३८ सिद्धिस्वरूपम् ५२-५३ सिद्धस्वरूपम् ४८-८१ ७२-८० ८१-१०२ १०३-११८ ११९-१२४ १२५-१२७ १२८-१३६ Jain Education International For Private & Personel Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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