Book Title: Dharmratna Prakaran Part 02
Author(s): Shantisuri, Labhsagar
Publisher: Agamoddharak Granthmala

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Page 7
________________ विषयानुक्रम विषय पृष्ठ . विषय भाव श्रावक के छः लिङ्ग १ ४ सविकारवचन वर्जन ८४ मित्रसेन की कथा ८५ .. १ कृतव्रतकर्मा और उसके चार प्रकार ५ बालक्रीडापरिहार ८ जिनदास का दृष्टांत ८९ ... १ व्रत के सुनने पर सुदर्शन सेठ की कथा ४ ६ परुषवचनाभियोग वर्जन९१ .. महाशतकं श्रावक का दृष्टोतः २ व्रत को जानना व्रत की भंगरचना १० बारा व्रत का स्वरूप १३ ३ गुणवानपन और उनके पांच भेद व्रत जानने पर तुङ्गियानगरी के श्रावक का दृष्टांत ४३ १ स्वाध्याय . ३ व्रत का ग्रहण ४७ श्येन सेठ का दृष्टांत १०० आनंद-श्रावक का दृष्टांत४९ २ तपनियमादि करण १०५ ४ व्रत की प्रतिसेवना ५६ नन्दसेठ की कथा १०६ आरोग्यद्विज का दृष्टांत ५७ । ३ विनय ११२ २ शीलबन्त के छः भेद ६० पुष्पसाल सुत का दृष्टांत ११३ १ आयतन सेवन ६१ / .. ४ अनभिनिवेश ११५ . सुदर्शन की कथा ६२ : श्रावस्ति के श्रावक समुदाय .२ परगृह प्रवेश वर्जन ७० की कथा ११६ - धनमित्र का दृष्टांत ७१ . ५ जिन-वचन रुचि ११९ ३ अनुद्भट-वेष ७९ जयंति श्राविका का दृष्टांत "... बन्धुमती का दृष्टान्त ८१ । ... - १२० ९९

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