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श्री शान्ति सागरस्तुति |
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विहार कर सदा के लिये सब विघ्न शांत कर दिये हैं ऐसे आचार्य शान्तिसागर इन्हीं सब गुणों के कारण सदा वन्दनीय कहे जाते हैं | उन्हीं आचार्य शांतिसागर के शिष्य मुझ कुंथुसागर मुनिने अपने जन्ममरणरूप संसारके समस्त कारणोंको नष्ट करने के लिये यह आचार्य शांतिसागरका स्तोत्र बनाया है ।