Book Title: Agam Sudha Sindhu Part 07
Author(s): Jinendravijay Gani
Publisher: Harshpushpamrut Jain Granthmala
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________________ 422 / [ श्रीमदागमसुधासिन्धुः :: सप्तमो विभागः / 2 ता जोयं अणुपरियट्टति 2 ता विजेति विनहति विप्पजहति विगतजोगी यावि भवति 10 / ता जता णं सूरं गतिसमावराणं गहे गतिसमावराणे पुरच्छिमाते भागाते समासादेति, 2, त्ता सूरेण सद्धिं जोयं जुजति 2 ता / जोयं अणुपरियट्टति 2 ता जाव विष्पजहति विगतजोगी यावि भवति 11 // सूत्रं 84 // ता णक्खत्तेणं मासेणं चंदे कति मंडलाई चरति ?, ता तेरस : मंडलाइं चरति, तेरस.य. सत्तविभागे मंडलस्स 1 / ता णक्खत्तेणं मासेणं सूरे .. कति मंडलाइं. चरति ?, तेरस मंडलाइं चरति, चोत्तालीसं च सत्तट्ठिभागे मंडलस्स 2 / ता णक्खत्तेणं मासेणं णक्खत्ते कति मंडलाइं चरति ?, ता तेरस मंडलाइं चरति श्रद्धसीतालीसं च सत्तट्ठिभागे मंडलस्स 3 / ता चंदेणं मासेणं चंदे कति मंडलाइं चरति, चोइस चउभागाइं मंडलाइं चरति एगं च चउवीससतं. भागं मंडलस्स 4 / ता चंदेणं मासेणं सूरे कति मंडलाई - चरति ?, ता पराणरस चउभागूणाई मंडलाई चरति, एगं च चउवीससयभागं मंडलस्स 5 / ता चंदेणं मासेणं णक्खत्ते कति मंडलाइं चरति ?, ता पराणरस. चउभागू. णाई मंडलाइं चरति छच्च चउवीससतभागे मंडलस्स 6 / ता उडुणा मासेणं चंदे कति मंडलाइं चरति ?, ता चोदस मंडलाई चरति तीसं च एगट्ठिभागे मंडलस्त 7 / ता उडुणा मासेणं सूरे कति मंडलाइं चरति ?, ता पराणरस मंडलाई चरति 8 / ता उडुणा मासेणं णक्खते कति मंडलाइं चरति ?, ता पराणरस मंडलाइं चरति पंच य बावीससतभागे मंडलस्स 1 / ता श्रादिच्चेणं मासेणं चंदे कति मंडलाइं चरति ?, ता चोइस मंडलाइं चरति, एकारस भागे मंडलस्स 10 / ता अादिच्चेणं मासेणं सूरे चंदे कति मंडलाई चरति ?, ता पराणरस चउभागाहिगाइं मंडलाइं चरति 11 / ता अादिच्चेणं मासेणं णक्खत्ते कति मंडलाइं चरति ?, ता पराणरस चउभागाहि. गाइं मंडलाइं चरति पंचतीसं च चवीससतभागमंडलाइं चरति 12 / ता अभिवड्डिएण मासेणं चंदे कति मंडलाइं चरति.?, ता परणरस मंडलाई

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