Book Title: Agam 13 Upang 02 Rajprashniya Sutra Shwetambar
Author(s): Rai Dhanpatsinh Bahadur
Publisher: Rai Dhanpatsinh Bahadur

View full book text
Previous | Next

Page 221
________________ २२४ रायपसेयी। तेगोव उपहार सुगमगाए चाउघट आसरह टुमदति जामेव. दिसि पाउन्भूत तामेव दिसि पट्टिगए तेपासे चित्तसारडीसमणो वासति जाते अहिगवजीवाजीवे उवलह पुगणपावे ग्रामव सवर णिझरण किरिया हिगरणा वधमोक्ख अमले असहिम्मदेवे सुर गाग सुवगण. जस्व रक्खस कियगार किपुरिसगुगल गधन्द महोरगाद हदेव गगोडि जिग्गधातो पावयगाउ अणतिक्कमगिझ गिग्गयावयणे हिस्सकिये णिक्वखिये णिवतिगिच्छे लाइ गडिय? अहियगयट्ठ पुच्छियह विणिच्छियट्ठ अमिजपमाणु रागरत आयमाउसो दोना बन्धन्य कर्मपुद्गलजीवप्रदेगान्योन्याऽनुगमरूपस्य मौजाय सर्वात्मनाकम्मापगमरूपस्य कुमल' सम्यक् परिनाता पाश्रवमवरनिजरा क्रियाधिपकरण बन्धमोचकुशल', "सईझे इति अविद्यमानसाहाय्य कुतीथिक मेरितसम्धक्का विचलन प्रतिनपरसाहाय्यमपेलते इति भाव। तमा चाहदिवासुरणागजक्तरक्पमकिगारकिपुरिसगालगधवमोरगाइएहि देवगड भिाग न्याउपवयसाउ अण्वक्झमणिमसुगम नवर गगड़ा सुवणकुमारा । एवञ्चेतत् यती (पिरगन्ये पावधमे हिस्सकिए)नि समय (पिक्काखिए) दर्शनान्तराकास्तारहित । (गिवितिगि मन प्रतिनिंग । (ल)अघशवणत (गहिय?)अर्थावधारणत (पुझियमगये सति (पहियगय) मभ्यगुत्तरवणतो बिमनवीधान (विणिशिय?)। पद पर्यापलम्मात् (पडिमिजमाणु रागरते) पापनम्वरूपजेणइपुगयतेमु सुभयुगलनुभीगवितहपुण्यना४२भेदपायनाप्रभेट पाशवतेपाय भरा बिनुमक्विीनादृष्टातदूतहनार भेदतगडकरीपापलीगनारापी ममति गुप्तादिनसरसहना भटसतावन कमनुनिर्जरवयात्मप्रर्दशधकीटाभनुमवर्णपापांगहाटातपूरिजालपधार mar नकार्यादिअधिकारणतेमप्तकदादिधात्मानरजिथापीडशेणेकरीतषधिकारfमदाrarur वगैगएइचिहूतिदकरीनबाधनेहनाचारभेद प्रावकमंधकीमकाविनतमीचमा दUT बतत्वनामदनविपदकुसवड एतलजाननुगुणकायापदादूपदयकरपणिमहास्यनया कनकाचितकमर्दिवनइपम्पिटलातणकारण सरवैमानिकदेवता भुवनप्रतीसवरणमार याहिक व्यतरा राक्षम किनरदेव व्यतरा किंपुरिसगुरुडग धर्व महोरगादिक देव समूद निगध प्रवचनजिनमनकी अतिक्रमवासकावूनहीएणडदेवगणपणिधमथकीचालीन ग, पाचन जिनमतनदविषद सकारहितछद अनेराधमनीवाछानकर फलप्रतिकारपित मृ-नीलाधा कसाभलबाथकी अवग, हिपाठअथजान्याचद संसयझपनऽथकरगुरुपास अर्थशनिश्च यार्धकरणाकद शाहमाहिलामिज्जातहीपपिधमनदविषयप्रेमप्रीतितल्ल रागकरीरगाणाली ए

Loading...

Page Navigation
1 ... 219 220 221 222 223 224 225 226 227 228 229 230 231 232 233 234 235 236 237 238 239 240 241 242 243 244 245 246 247 248 249 250 251 252 253 254 255 256 257 258 259 260 261 262 263 264 265 266 267 268 269 270 271 272 273 274 275 276 277 278 279 280 281 282 283 284 285 286 287 288 289