Book Title: Agam 13 Upang 02 Rajprashniya Sutra Shwetambar
Author(s): Rai Dhanpatsinh Bahadur
Publisher: Rai Dhanpatsinh Bahadur
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रायपसेगी।
२८१ सई वट्टखेड वहखेड नालिवाखेड पत्तशेझ कडगमा मज्जीव निजीव सउगमयमिति तण्णासे कलापरित दढपण दाग लेहाइयाउ गणिप्पहागाउ सउणरूपपजभवसागाउ वावत्तम्किलाउ मुत्तडय यत्वउव करणउव सिवावेत्ता सहावेत्ता अम्मापिजण उवणेहि ततेगा तस्स दढपणस्स टारगस्स अम्मापियरोत कानावरिय विउ लेगा प्रसगा ४ वत्वगधमल्लालकाण मक्वारिम्सति सम्माणिस्मति २ विउल जीवियारिह पाइदाणा दलदासति विउन जीविरिइ पाइटाण दलहमति विउल जीविरिह दाण दलबत्ता पडिविसज्जेहिति ततेणसे दढपतिगणेदारतेउ मुक्ववालभावे विगणयपरियायमत्ते जोवणगमण पत्ते वावत्तरिकतापडिते अट्ठारसविइदेसीप्पगार भासाविसारते नव
गणुत्तपडिवोडिए सीवरती गधब नक्सलेहि सिगारवागावे समय नइ ५३ बहुइयडयुद्ध ५४ मुष्टस्नुपनुध ५५ वाहनु युद्ध ५६ लतावेलडीतउ जुडसत्यवोडान धनु धयान घोडउदेपाढवु ५० इसत्वघोडानेवणानउघीढउदेपाडवउ ५८ तूरमवार कुरुपडनी मुदिनउमारिवड अवयवारुपीनूमाठएमा आगलीपणि ५८ धनुर्दनिकनातीग्नीपदानीकला ६० हिरगरपाग अडिनमुवांनउवादभैर अशा दूरबाण उवाविचार ११ मुवणपाळ ६२ मणि पाकर ६३ धानुवाबादिपाक १४ मृबननु पैडउवैसलमाढीमूतनुकंदबु अबु माडीनभूझकाउ ६५ उत्त पड १६ नालिकाखेड ६२ कमलनीकाकडीवेझनउ माडीवेधवड पवर्तदवायानडाबाउकरी
बड ६८ करगमवणाटिकनीकडीकुउलनउद६८ भूयानातिव चनेनीवतालीकोतवाशा पतिजविकाइ ० नसवापीनज्ञा का प्र १ पधानाभन्दानउजाणवुचरएहबहूतरकलीनु जाय वाम विधारपत्री तेह कलाचार्य दढयस्यालकति लेपादिक गणितकलाप्रघमधीमाडी पथानामन्दनवजाबछेहलीकला बत्तरिकला मुनधनी प्राचघकी अर्धधकी करणीयायिकरी पाडवाथकी मापनद सापविन माविवन मउपसतिहारपछी तेह दढपणाना वालकन मादिव नेहालाचायति विस्तीर्ण अमनानिक विवाहारि ४ बस बपूरादि फूलमाला अलकारि का सत्कारम्बर मलानस्यद् भादरदेविड वितीर्ण जीवतालगिभीगवड छह प्रीति दानदेम्बर
" जावतानद भोगवद एव प्रीनिदान देसर विस्तीर्ण जीवातहालगद एह प्रीतिदानदर विसनस्य घर तिहारपझी तहदढयण बालकबालभावमु कीय उपक डाह दुरादिकडू
गावतारुण्यपणउ पामउयका बहुतरिकलानुपडितहाडाइ छड अटारप्रकारड देसी मदाजिहाएइवा घटार मापाद विचषणहद श्रीवविनवरिनासिकाएकनिद्वाएक
SHITH

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