Book Title: Agam 12 Upang 01 Aupapatik Sutra Shwetambar
Author(s): Rai Dhanpatsinh Bahadur
Publisher: Rai Dhanpatsinh Bahadur
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नयर सन्तुति सप्तदासोज्य पिणपषषय वागमसिह कायगपुस्तगनिग्यसपम्तगोरे कनकस्य पुस्तको सप साम्य यो निवप' पप रेया में सचणस्तथा पमत्ति पनयमावहोरी य स तवा उतष्याश्या तु बम का नसीहादेवं पुष्तक सारीवातिययप्परमधामो यो निवपो रेखा तय
जाम्वदिसिपाउम्भू पायो तामेषदिसिपष्ठिगया समोसरसमम्मत ते कालेणं तेणसमएण समयस्मभगवमो महा पौरम्म जे अतेवासो रदईनामेमणगार गोयमगोत्तेणं सप्तस्म हे समचउर समठाणसठिए पदोसहनारायसव
यो कएगालकानग्यसपम्हगोरे उग्गतदेत्ततयेतत्ततये महातवे घोरतवे उराले घोर घोरगुण घोरतवस्मो वकोप्रगटपरंपारधारीतो सेहनदिशिप्रतिपरिगणपाछापसीएतवनगरीअमतिवसी एतवरसमोसरगनपोषध पूरषचव तेपरवास तेपास मया चमच भगवत महापोरनत मे पापो प्रतेवामोसमीपनसवासोयिष भूतिएपनामांपपगार गौतमपचपउ गोषणाओपनर सातहाथ गोरखपी समचतरतिदिमिचि पासायासंमानवरोसहितवा परीर पक्षपोलीसपमवपरीपाटपोगाराचबिपामामबंटवधएक पठसघयपछाजेयरोरनपो कनवसुवनपोपुसकसवाटसापोनिग्यसकसण्टोबपरोपतिरसतेजहर पचमरमोसरानीपररंगोरस भरोर हालेमा पनेरविपी चीतविनवियरएएयपोतपलबेचनमोदित्तदीपतपोतपपनिमीपरिषायमानवौवनर्नियाघवानपोतपकर्मपपाविवास मर्थ एपपोतपर्वावादोपरकरीरचिताधिकारपर परोसार द्रियादिकविपक्षविपासवाघोरनियतपरेनषो सधारमधान घोरकर्मवारिवाभपी समर्व घोरपमेराइपादरीनसबरएडवावधानाना घोरपावरतपेवरोतपमोहर घोरदार पनेरपथ सत्वरपापरतांदोप्पिस एवामनपर्यन
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