Book Title: Agam 12 Upang 01 Aupapatik Sutra Shwetambar
Author(s): Rai Dhanpatsinh Bahadur
Publisher: Rai Dhanpatsinh Bahadur
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गति गावाषिता' वामप्यक्तिपम पठभ्यो प्रजा प्रयाग मममम पसान वा पनप्रजा सा पति येपो तथा वा मवा वामप्रज्ञा प्रमचारी समय में १ वान पस्यो पति वेव पतधोयायमसिन आत्तियत्ति पबिहाविकाः पोतिपत्ति वनधारिय' कोसियत्ति भूमिमायिन बस्ति यत्र ।
वाधिनः महाति वारा पाति पगेभामा गन्ति विशायमा दयनियसि फनमोजिम सम्मन शत्ति उन्मच नमानेपये । पान्ति ममचगति समवनम् वाम छाया पिन ये माति निमन कति सानामिना पत्र में वर्ण शिति सपालापति मत्तिमादिषषण प्र
पूर्वका चारयति हासनगत्ति येगमाग चिसएर वम्तव्य उत्तर नगत्ति प्रशनिपरोता सम्बधमगति गर्व माथा ये मति यदय को पिना गतीति मधमगति म पूरी (स्य वा गन्द हवा ममते मिपलायत्तिपतोता एप खितावमसि येसिन मारयिता तेनेव बरवास भाषनता पर्यति गति पहोतदया ये सचरति दिसापोक्सियोत्ति सदम दिप प्रोम ये पञ्चपुष्पादि समुचिन्वस्ति
___ क्खलिया उम्मनका सम्मनका निमज्जफा सपखाला दक्षिणकलका उत्सरफलका सखधमका कुलधम्मका
र पोत्तियापमनावरसार वोफिया पधोमविषाणवनमाचरणार यन्त्रनाकरणहार यहावयासनासाभरपहार भाजन उपगरपवार प्रकोप्रवत्तर पछा एवमहतरापर पहनामवहार एकवारपालोमांहिंपसीतकाममोकार वारपाचोमोहिंपरसौनखानपर माननर पचिपापापोडपोमारोरा सपनवासा माठोप्यु घसौनपूसामवर दधिमनगानेगगानदचिपकूनरंवसर सत्तरकसगा गंगानदोनछत्तर मरसर सर संपर्धमबावेशपूरीनामोत्रनवरर मधमबाषेसासभारतीरामाद परोजिम मिगमुहका मगमासन पोभीजमकर खिता
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