Book Title: Agam 12 Upang 01 Aupapatik Sutra Shwetambar
Author(s): Rai Dhanpatsinh Bahadur
Publisher: Rai Dhanpatsinh Bahadur

View full book text
Previous | Next

Page 445
________________ एतदेवार पासमतसविमरसोमियमुबाबदारयतसारगोश्वोरसारवपत्ति व्यवमेव नवरं पादतर्क दर्पणतसं बपिईयतमिति पाठ पादर्यसस मित विमता मासा तवा मोबिवत्ति समविशेष समबुष सुपरमति पर्जुन सुवर्म मेतकाम प्रच्या पावागस्पटिशमिव सरपत्ति पर माएपभिषमा वातानियापटत सात्ति मपपा धकितपटवत् पत्ति घटक वटा पुरयाममा पापापप्रतिमापत मत्ति मटेव मष्टा सुमारमानमा प्रतिमेव मोधिता वा प्रमाण मिवयेव पतएव पीरयत्ति नीरजा' रसोरपिता पिता कठिनमसरहिता पिप्पकत्ति नि पानी पाईमसरपिता पक्ष वा बिकाचायत्तिनियादटा मिषाचा गिरावररित्यर्व शमा योभा यस्सा सातवा पसरयोमा समरोपियति समरी k पिया रिपतुधा पतएष सुष्पत्ति मछुपवर्षेच पोमतेचा पा सुपभेति पासादोपत्ति प्रासादो म. प्रमोद प्रयोजन यस्या सा प्रासादोया । सत्तावहातिवा ईमौपम्मारामं पुढवी सेवा संस्खतालविमलसोल्जियमुग्णालदगरयतुसारगोक्खौरहार वग्णा उत्तारयछत्तमठायसठिया सवणसुवयमई अच्छा सवड़ा लगता घट्टा मका गोरया णिम्ममा णियका पिन कड छावा समरोपिया सुप्पमा पासादौया टरिमणिना अभिरुवा पटिरूवा ईसोपभारा तेणपुटवौए सौयाए सिक्षिसिमानाम पुठयो धतसो संभन मतमोपुठठ विमसनिर्मस पपसु पसकमनातात पा दगपाणोनाकच पापोम पोठार गारन दूध मोतीगाहा है - रमाकर तमसमपोस्वारश्वतेवर सठापासरिपपो पषुनसुवर्षवछ वेसरोप: पिटमनीपरपावापासा मसीरप टी घटा, रोपापापरवरी मारोसरापर समरसरचित कठिनमसरहित भौताकचरारति भितरवाति सहित किरणसहित मचीसोभावत देपितापित्त! arooratosaints -

Loading...

Page Navigation
1 ... 443 444 445 446 447 448 449 450 451 452 453 454 455 456 457 458 459 460 461 462 463 464 465 466