Book Title: Agam 12 Upang 01 Aupapatik Sutra Shwetambar
Author(s): Rai Dhanpatsinh Bahadur
Publisher: Rai Dhanpatsinh Bahadur

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Page 432
________________ A * तरषारिखन पपरपापिति पतदेगा पठममयोमोममिसभत्ति प्रथम पागादियोगापिचा मावस्येमादितो मनोरोग निरपोत . पणतमत्तमविपत्तिबाहय मोगियोति मचोदवाईतमापारोपजन्मत्तो तदनगपाविहीप ममवे२ नियममा मो मपना मप निरोष पर पस पेजसमपति एप मन्यपि सवार मे पत्रोगय पाउपालि पोगता प्रापोतीति मिसमपरचारपात, पनि पास शनिपानियानि पाचरास्तेिपो यदुपारप तमासा कास' सातवा सम्यो" पोमा म पिमम्विन गत पारिन मधम मे पाते यत पारसमक्सराईमव्य पप बाष पंचमति पनामिगपोतत्तियमेततपाल मेसी मेंपराया पिरता माम्यापाषमा मा यो पथवा पौडेय सर्वसपररूपचारिखमसमयमाबायोगनिरोपप्पति मेीता प्रतिपयले सत पुसायमेटोय पिहमति से योएएण फ्ठत्ते उदाएव पठममयोग णिस्मते मनोग निमित्ता पयजोग निरुभति पयोगनिदा मिता कायद्योग निहाति फायलोग निकभित्ता बोगनिरोहबरेह जोगनिरोगकरेप्सा बनोगत्तवाति घनोगमपाठ ___ पिता इसिरजस्म पाखरउच्चारणहाए अ सखेनसम तोमुत्तियोलेमि पष्ठिवजईपुष्वद्गरायम दीपसम्म उमममयोगीमध्यापारधर मननसमागमापारधीसवरीने पमनस्योमध्यापारधरसवार रमनप्रयोगप्पारक भोयराम बापामरोर नह वोगमापार सरावासरनहयोपयापारकर्मवरीने मनपरमवावागावोगमापारसवर ममवतममायानापोयम्यापारम्भीररी । मा मनवराबायानायोमन्यापाररतिपद पा मनवनवाशनायोगव्यापाररपितबनवायोग्य पाएपमा ttendor APratis T

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