Book Title: Agam 12 Upang 01 Aupapatik Sutra Shwetambar
Author(s): Rai Dhanpatsinh Bahadur
Publisher: Rai Dhanpatsinh Bahadur

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Page 439
________________ प्रतिचय सुत्पाव्यो वासावसोति बहसेच पत्तर वयोक्ति सतह से उच्चत्व सिध्यन्ति महावौरवत् एकोर्ष पचपणपत्तिपभस्वामिव देतच वमपि तो थयो तो विप्रमाम शर्मा म व्यभिचारो म वा मनदेव्या साविरेश पचवतु शतपुमात्रायेति पाइरेगढवामाउ पति सातिरवाट वर्षाचि यत्र तत्तवा तच तदाति तत्र सातिरेकाटयपि तय कियाष्टवपतपचरण मृतिपद्यते ततो वर्षे प्रतिगते केवमद्यानमुत्पाद्य सिध्यतोति एल्बो सेयं पुम्मोडायुपत्ति पूर्व कोटयावर पूर्व कोटया प सिध्यतोति म परत तेतव्यविज्ञातोति प्राप्त मिज्झमाग्णाकयर मिर्मठार्थमिति गोयमा छहंस ठासाभस रेम ठाणेसिज्म ति जीवानंभ तेसिज्मायक परमिटते सिव्म ति गोयमानइखेण सत्तरययो एसोस संप्रधधषु समिति जीवायंभ ते खिमाणाक पर मिश्रा उपसिझ तिगोयमा लहणे गसाहूरे गट्ठासाउए ठोस यं पुष्य कोडिया एसिज्म ति अस्थियम ते मोस रयणप्पमाएपुढोए प्रसिद्धापरिवि संघयण[सोझ[मोचरबार बोभते भगवन सौमतासिमावान प्रवसर बेहद्रसखान सोझर प्रोगोतम इस स्थानमा सघ सौर जीवभते हे भगवन सोमतामोचपपता व चपलता मोचमार गौतम जघन्य यो सामहाय सरपो alore पांच भदप सोकर बोवहे भगवन वे पाठवते तामाजपरमोर गोतम बघम्यधोतर भाभरापाठयरस उखट घप तड पूर्वको डिपोरं प्रविशेभगवन पत्रप्राप्रत्यचरखप्रभापतिको प्रोमविपर देठाविस गौतम एमसर्वसचसो पहिलो परमात पृथिवोगा उमगवंतरि मा छड्भगवन सोषमंनामाकरूपदेवलोकन सिट

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