Book Title: Agam 12 Upang 01 Aupapatik Sutra Shwetambar
Author(s): Rai Dhanpatsinh Bahadur
Publisher: Rai Dhanpatsinh Bahadur

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Page 368
________________ - - - - मातान्तरमा गमिवादिमा मगरं पपामगर इत्यत्र पावलापादिद हमे पगारामतयाएपगइतकीहमाणमारतीच्याएमिर मापपरयाएपोषपाएमापति पासा मामा पमिक्सिसे पति पवित्रान्तन पगिषियक्ति प्रपरिषायामपं परिणामपति पौरपरिपत्या पधारशिति मनीविको पेसाविति तेवोरमादिकाभिः सदावरपिचाति वीर्यन्तरायदेवियलयमातिनिमिताधिनामारपाना सपरिवावगस पगभइयाए प्राय विधीयाए छङ छ अतिविक्षतेण तपोकमोणंड बाशयो पगिम्भियरसूराभि मुहम अातायगभूमौए पातावमासम्म मुमे परिणामेण पसत्येषिमाधि विसुन्भमाणीनियाफया तटा __ परविनार्य कमाणमाकम्भावस्थपोषममे सामग्ग गगवेसणकरमाणम्म योरियलहौर येउन्चियनहीए वयतयाणाघरेवासपोकर पापमयोजनामभयान एसको पानामपरिवागमन्यायो प्रावगप्पयोपोजावीन्न वमत पासपीमासम्परर मगर्वतबागोतम पथानाम परिणामामीने तिसभापत्रमद्रपरिणामेकरी बावमम्दयकोरोमास पियपधरीने पारविपासपर विपरितपम विषादी पोतपरपवतो बारेखीवरीररापीरमर सयनेसाममेहरिमाडीने पातापनानी भूमिगहोमोमार पाहाभमादिमनीपरतीविबर पातापनाममोसरीरमापिसपमा तापवावर्मपतापताथवा एममनोर जीसंबधीपरि चामभाविधवरी प्रसत्तममहा पावसायमननामावावरियसरी मातेसमादिपर विचविपरनिमस पारकरो पन्चायो साप्तामविपरमपसाबरतानापावरचरितारखेपर्मचानावरचौमाविषपाप परिपरिपुरचयगवारपगमवातपात -

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