Book Title: Agam 12 Upang 01 Aupapatik Sutra Shwetambar
Author(s): Rai Dhanpatsinh Bahadur
Publisher: Rai Dhanpatsinh Bahadur
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मलाल बारा मोपडिविरया बेतावने सहप्पगारा पायजनोगेवड़िया कम्मता परपाणपरियायपपरा फज्ज ति सतोविपडिविरया बावनौवाए सेनाणामए पपगारामवंति रियासमिया मामासमिया जाप इणमेवणिग्थं
पापवयंपुर भोकाउ विरति तमिसंभगवसायं एतेणं विहारणविहरमाणाण प्रत्ये गणेप्रगते साय केवज ममापिपायबोगेवाबरोबचारिखनसटिवपो तवनापागलोरबरोबोठियह परे दृष्ट बोपनाते नाबारबरोमुपर मारिसपापधरागेर बाधिवयोपरि बाधाहरुपमागिताको पतिमा विरतानिबाहर सर्वसमधामपंगापमोठभदाखगटपोपटपापड करापादिपाय परिवठ गवाहपूनिवपो बिहेपरपमरमरमागरादिप्रमुपनपोगन्दवादिवादिव परसबोमवादिन रमतपक्षगनादियानापपपिसानादिव नागर पोधात्रवारिमान पामोपचापबार पामरपादचारप्रचारपतवोपतियय विरतानित्ताधे वसीपोरारजेमधामगारनवापूर्गव सावधपापमपितोगमनसमकामानावरियामागउपयोजनबाबनायवक्षारय एसवाबर्ममाम्यापार परपमेरामापीरमरपरितापनावरणार पबतिकरामोपचार वीपतियवसपिरताभिवता बांधीगिरतासग सेवानामनिमकोरएच पगारपरसामपोर रितपा वारिविगारमादि पवठसावधरतीवोमरोममितिसमता विपरोपवपविधामापागोसरीमापासमितिममिता जावयदयौपनेरार बोर एपचासमितिम मुब पानिपरीमियबयोमममापीर प्राममिहतोत्र पुरतो पायशिकरीपतिविरपर प्रपत्ता पूर्वोच सापरिनिगमनतमहिमायतमा विचारपरपौशिविर विसरतापरतापवानर बम्तमगर्वतमानर पनुत्तरसर्वप्रशरिमधाम नाप यय
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