Book Title: Agam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapati Sutra Part 04 Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni
Publisher: Agam Prakashan Samiti

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Page 810
________________ [६७९ पंचतीसइमंसयं : बारसएगिंदिय-महाजुम्मसयाणि पैंतीसवाँ शतक : बारह एकेन्द्रिय-महायुग्मशतक पढमे एगिंदियमहाजुम्मसए : पढमो उद्देसओ प्रथम एकेन्द्रिय-महायुग्मशतक : प्रथम उद्देशक १. [१] कति णं भंते ! महाजुम्मा पन्नत्ता ? गोयमा ! सोलस महाजुम्मा पनत्ता, तं जहा—कडजुम्मकडजुम्मे १, कडजुम्मतेयोगे २, कडजुम्मदावरजुम्मे ३, कडजुम्मकलियोगे ४, तेयोगकडजम्मे ५, तेयोगतेयोए ६, तेओयदावरजम्मे ७,तेयोगकलियोए८,दावरजुम्मकडजुम्मे ९,दावरजुम्मतेओए १०,दावरजुम्मदावरजुम्मे ११,दावरजुम्मकलियोगे १२, कलिओगकडजुम्मे १३, कलियोगतेओये १४, कलियोगदावरजुम्मे १५, कलियोगकलिओगे १६।। [१-१ प्र.] भगवन् ! महायुग्म कितने बताए गए हैं ? [१-१ उ.] गौतम ! सोलह महायुग्म कहे गए हैं, यथा—(१) कृतयुग्मकृतंयुग्म, (२) कृतयुग्मत्र्योज, (३) कृतयुग्मद्वापरयुग्म, (४) कृतयुग्मकल्योज, (५) त्र्योजकृतयुग्म, (६) त्र्योज-त्र्योज, (७) त्र्योजद्वापरयुग्म, (८) त्र्योजकल्योज, (९) द्वापरयुग्मकृतयुग्म, (१०) द्वापरयुग्मत्र्योज, (११) द्वापरयुग्मद्वापरयुग्म, (१२) द्वापरयुग्मकल्योज, (१३) कल्योजकृतयुग्म, (१४) कल्योजत्र्योज, (१५) कल्योजद्वारपंयुग्म और (१६) कल्योजकल्योज। [२] से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ-सोलस महाजुम्मा पन्नत्ता, तं जहा—कडजुम्मकडजुम्मे जाव कलियोगकलियोगे ? गोयमा ! जे णं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे चउपज्जवसिए, जे णं तस्स रासिस्स अवहारसमया कडजुम्मा, सेत्तं कडजुम्मकडजुम्मे १।जे णं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे तिपज्जवसिए, जे णं तस्स रासिस्स अवहारसमया कडजुम्मा, से तं कडजुम्मतेयोए २। जे णं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे दुपज्जवसिए, जे णं तस्स रासिस्स अवहारसमया कडजुम्मा, से त्तं कडजुम्मदावरजुम्मे ३। जे णं रासि चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे एगपज्जवसिए, जे णं तस्स रासिस्स अवहारसमया कडजुम्मा, से तं कडजुम्मकलियोगे ४। जे णं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे चउपज्जवसिए, जे णं तस्स रासिस्स अवहारसमया तेयोगा, से तं तेयोगकडजुम्मे ५। जे णं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे तिपज्जवसिए, जे णं तस्स रासिस्स अवहारसमया तेयोया से तं तेयोयतेयोगे ६। जे णं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीरमाणे दुपज्जवसिए, जे णं तस्स रासिस्स अवहारसमया तेयोगा, से त्तं तेओयदावरजुम्मे ७। जे णं रासी चउक्कएणं अवहारेणं अवहीमरमाणे एगपज्जवसिए, जे णं तस्स रासिस्स अवहारसमया तेयोया, से तं तेयोयकलियोए ८।

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