Book Title: Agam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapati Sutra Part 04 Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni
Publisher: Agam Prakashan Samiti

Previous | Next

Page 887
________________ ७५६] [व्याख्याप्रज्ञप्तिसूत्र कणियार (पार्श्वस्थ भिक्षु) १५/०६ गोबहुल (ब्राह्मण) १५/०।१६, १७, १९ कत्तिय (श्रेष्ठी) १८।२।३ गोयम (निर्ग्रन्थ-गणधर) १।१।४-६ कायरय (आजीवकोपासक) ८1५।११ गोयमसामि (निर्ग्रन्थ-गणधर) १०१५/३, कालासवेसियपुत्त (पाश्र्वापत्यीय निर्ग्रन्थ) २।९।२१- १५/०।१२२, १२७ २४,७१०।२२, ९।३२।५९ गोसाल (आजीवक) १५/०५-२३, २८, ४०-६५. कालियपुत्त (पार्श्वपत्यीय निर्ग्रन्थ स्थविर) २।५।१७ ६६-१४९ कालोदाई (अन्ययूथिक मुनि-बाद में निर्ग्रन्थ) चित्त (श्रमणोपासक) १८।२।३, १८।१०।२८ ७।१०।२,७,८,९; ७।१०।१२, १६, १८, १९, चेडग (राजा) १२।२।२ २१, २२; १८/७/२५ जमालि (क्षत्रियकुमार-निर्ग्रन्थ-निह्नव) ९।३३।२२कासव (पाश्र्वापत्यीय स्थविर) २।५।१६ ११२, ११।९।९, ११।११।५२, ५५, ५७; कासव (भगवान् महावीर का दूसरा नाम-गोत्र) १३।६।२८ १५/०९८, १५/०७९ जयंती (राजकुमारी-श्रमणोपासिक-श्रमणी) कुरुदत्तपुत्त ( भ. महावीर का शिष्य) ३।१।२०, २१,६५ ११।१११, १२।२।२-२२ कुन्थु (तीर्थंकर) २०१८७ णम्मुदय (आजीवकोपासक) ८1५/११ कूणिय (राजा) ७९।६-१५, ७/९।२०, ९।३३।७७, णागनत्तुय (वरुण नाम का श्रमणोपासक) ७।९।२०-२३ १२।२६, १३।६।२१,१३।६।३२ णात (य) पुत्त (तीर्थंकर महावीर) ७।१०।३, केसी (कुमार) (उदायन राजा का भागिनेय) १८७/२९, १८।१०।१७ १३।६।१५, १३।६।२४-३२ णामुदय (आजीवकोपासक) ७।१०।२ केसी मामी (भगवान् पार्श्वनाथ के स्थविर) २।५।१५, तामलि (गृहस्थ-तापस) ३।१।३५, ३६, ३९-४७; ११।११।५३,५५ ३।२।१९, ११।९।६, ११ कोणिय (राजा) ११।९।९, १२।२।६ ताल (आजीवकोपासक) ८/५/११ कोसलग (कोशल राजा) ७।९।५, ७।९।१० । तालपलंब (आजीवकोपासक) ८।५।११ खंदअ (ग) (य) (परिव्राजक निर्ग्रन्थ) २२१२१२- तीसग(अ)(भगवान् महावीर का शिष्य-श्रमण) ५४, १९।२०,७।१०।१२, ९।३३।२, ९।३३।१६, ३११६, १७,६५ ११।९।३२.११।१०।२७,११।१२।२४,१२।१।२५, दढप्पतिण्ण (गोशालक के अंतिम भव का नाम) १३।७१४१, १५/०।११४,१६।१।५, १८।१०।२८ ११।११।४५,१५/०।१४९ गद्दभाल (परिव्राजक) २।१।१२, २।१।१८ (३) देवसेण (राजा—गोशालक के आगामी जन्म का गंगदत्त ( श्रमणोपासक निर्ग्रन्थ देव) १६।५।१३-१८, नाम) १५/०।१३२ १८ाश३ देवाणंदा (ब्राह्मणी—निर्ग्रन्थी) ९।३३।५।-२० गंगेय (पाश्र्वापत्यीय निर्ग्रन्थ) ९।३२।१-५९ १२।२।८ गाहावइ (अन्ययूथिक मुनि) ७/१०।२ धम्म (तीर्थंकर धर्मनाथ) २०1८1७

Loading...

Page Navigation
1 ... 885 886 887 888 889 890 891 892 893 894 895 896 897 898 899 900 901 902 903 904 905 906 907 908 909 910 911 912 913 914