Book Title: Subodhikakhya vruttiyutama
Author(s): Vinayvijay,
Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund
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अजनाइली साहा निग्गया, थेरेहिंतो णं अजपउमहिंतो इत्थ णं अजपउमा साहा निग्गया, थेरेहितो श्रीआर्यपणं अज्जरहहिंतो इत्थ णं अजजयंती साहा निग्गया। थेरस्स णं अजरहस्स वच्छसगुत्तस्स अन्नपूस-मादिस्थविगिरी येरे अंतेवासी कोसियगुत्ते, थेरस्सणं अज्जपूसगिरिस्स कोसियगुत्तस्स अज्जफरगुमित्ते थेरे अंतेवासी गोयमसगुत्ते, थेरस्स णं अजफग्गुमित्तस्स गोयमसगुत्तस्स अजधणगिरी थेरे अंतेवासी वासिट्टसगुत्ते, थेरस्स णं अजधणगिरिस्स वासिहसगुत्तस्स अजसिवभूई थेरे अंतेवासी कुच्छसगुत्ते, थेरस्स णं अज|सिवभूइस्स कुच्छसगुत्तस्स अजभद्दे थेरे अंतेवासी कासवगुत्ते, थेरस्स णं अजभहस्स कासवगुत्तस्स अजनक्खत्ते थेरे अंतेवासी कासवगुत्ते, थेरस्स णं अन्जनक्खत्तस्स कासवगुत्तस्स अजरक्खे थेरे अंतवासी कासवगुत्ते।'थेरे अजरक्खे'त्ति अहो बत किरणावलीकारस्य बहुश्रुतप्रसिद्धिभाजोऽपि अनाभोगविलसितं, यतो ये श्रीतोसलिपुत्राचार्यशिष्याः श्रीवज्रवामिपार्श्वेऽधीतसाधिकनवपूर्वा नाना च श्रीआयरक्षितास्ते भिन्नाः, एते च श्रीवज्रवामिभ्यः शिष्यप्रशिष्यादिगणनया नवमस्थानभाविनो नाम्ना चार्यरक्षाः, इत्येवमेनयो। आर्यरक्षितार्यरक्षयोः स्फुटं भेदं विस्मृत्य आर्यरक्षस्थाने आर्यरक्षितव्यतिकरं लिखितवान् ॥
रस्स णं अन्जरक्खस्स कासवगुत्तस्स अजनागे थेरे अंतेवासी गोअमसगुत्ते, थेरस्स णं अजनागस्स गोअमसगुत्तस्स अज्जजेहिल्ले थेरे अंतेवासी वासिट्ठसगुत्ते, थेरस्स णं अजजेहिल्लस्स वासिट्ठसगुत्तस्स अजविण्हू थेरे अंतेवासी माढरसगुत्ते, थेरस्स णं अजविण्हुस्स माढरसगुत्तस्स अजकालए थेरे अतवासी
22070888
तोसलिपुत्राचार्य शिष्या शिष्यादिगणनया नवमास्यव्यतिकरं लिखितवानसणं अन्जना
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