Book Title: Shramanvidya Part 2
Author(s): Gokulchandra Jain
Publisher: Sampurnanand Sanskrut Vishvavidyalaya Varanasi
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१७८
श्रमणविद्या
144,
133 229
परं
99,
87
103
57
पज्जत्तो
95 पदेसग्गेण पट्टए
पयडीए पट्ठवगो
98, 110 पयडीयो पडिग्गहे
40 पयडीसु पडिवज्जदि
95 पडिट्ठाणेसु पडिवादो
120
पयदं पडिवदिदो
120 पयलपयला पडिलोमो
139 पयलायुगस्स पढम
53 पयोगेण पढमं
69, 215 पढमा
169 परिभवो पढमाए
168 परमुदयो पढमकिट्टीए
231 परिमाणं पढमसमयकिट्टीणं
176 परिणामो पणग
53 परिणमंति पणगं
54 परिवदिदो पणगह्मि
पवयणं पणगे
34, 36 पविट्ठ पणय
पविट्ठा पणयं
पविसदि पण्णरसधा
पविसंति पण्णरसधा
पविस्संति पण्णारस
पवेसेइ पण्णरसा
पवेसेदि पण्णरसगे
29 पवेसगो पत्तेगं
174 पाहुडं पत्तेयं
166 पत्थण
90 पाहुडम्मि पदेस
142 पासे पदेसअम्गेण
146 पदेश-अणुभागे
223 पियायदे पदेसरगं
179 पुढवि पदेसग्गे 62, 74, 117, 149, 170 पुण
35
91 227 122 107 225 231 180
12
92
59
27
221 60,92
15
74, 147,
21
11
8, 17, 44,78, 169
संकाय पत्रिका-२
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