Book Title: Saman Dhamma Rasayanam
Author(s): Dharmdhurandharsuri, Bhuvanchandravijay
Publisher: Shrutgyan Prasarak Sabha
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महवं (मार्दवम्) - २ ताव - सुसाहू जह कखायचरियकलिओ साहू । ण आसी - ण अभू ।।२।। ३) माणसेलसिहराओ - माणपत्वचधत्थयओ । पडिआ - अहो गया । सुहलेसं सो - खकणं ।। ण लहंति - णाहिगच्छंति । विसीयंति - खेयमणुहवंति । सीयंति - पीलं पावंति । परम किलेसं - उक्किट्ठ कट्टकलियं । निरयं - णरयगई । जंति - गच्छति ।। ३ ।। . ४) जेणविणा - मद्दवमंतरा । संगामा - समरओ ।। दुहमुहपुहवीणाहो - रावणणामो महीसरों । णट्ठो - णासमुवागओ । वि - आवि । उण - पुणो । मणुयवतंसो - णरसेहरो । कंसो - तहविह - पसिद्धणामो निवो । नट्ठो इइ अणुसंघेज्ज । विउण - इइ अग्गे विणेअं । विहिय पणामा कयण मुक्कारा । सुहिया - सुहकलिया सुटुहिया वा । जायत्तिसेसो ||४|| ५) मद्दवओ - मिउभावाओ ।

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