Book Title: Saman Dhamma Rasayanam
Author(s): Dharmdhurandharsuri, Bhuvanchandravijay
Publisher: Shrutgyan Prasarak Sabha

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Page 47
________________ ३८ "समण धम्म रसायणं" वित्ति कलियं ३) कालयसूरिणा - तुरमणीणयरीसंभूअकालायरियेण । दत्तपदत्ता - दत्ताभिहाणणिजभइणीसुयप्पियाओ । मरणभया वि - मच्चुसाद्धवसाओ अवि । सच्चं - सच्चवयणं । णहि - ण खलु । संचतं - दूरीकयं तेणं । सेयं - कल्लाणं । वरियं - पत्तं । अवि - पुणो । सुरसुहं - देवलोय सुक्खं । संपत्तं - अहिगयं ।। ४) मच्चअमच्चसमच्चो - मणुया मरपूयणीओ | . जिणधम्मो - अरिहंतदेसि - अमुक्खमग्गो । सच्च पइठ्ठाणो - सूणिय - सिंहासणसंठिओ | अहमो - दुह्रो | अच्च पइटो-मुखावायभासणणिरओअहम्मो - मिच्छधम्मो । अवच्चो - जिंदणिज्जो । लोयं - जणं । पीलइ संतावेइ ।। ५) सूणियं - सच्चं । सव्वसमयसमरूवं सयाकालमेगसरुवं । जणं - लोगं । इटुं - अहिलसिअं । सुटुं - सुक्खं ।

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