Book Title: Saman Dhamma Rasayanam
Author(s): Dharmdhurandharsuri, Bhuvanchandravijay
Publisher: Shrutgyan Prasarak Sabha
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५७
जेसिं - णेमिस्स भद्दस्स यः | पयं - ठाणं । उच्चेरं - उच्चयरं, सेढें । अत्थित्ति । ५) जस्स - जस्स णरस्स | हियये - मणम्मि । नारी - महिला । ण णच्चइ - ण रमइ । जो नारी न संभरेइत्ति जाव | तस्स - णरस्स । भुवणे - लोगम्मि । ण कोवि अरी - ण कोवि सत्तू । हवइत्ति सेसं । सो - णारी सरणरहिओ णरो । धम्मपहे - धम्ममग्गे । सययविहारी-अविच्छिन्नचरणसीलो । हवइत्ति - णेयं । तस्स - एयारिसणरस्स । चरियं - जीवियं । अच्छेरं - विम्हयकरं .। होइत्ति सेसं । ६) जे - जे जणा । णवविह गुत्ति गुत्ता - णव पयार बंभचेर णियमपालणेण
रक्खिया। णिभं - अकवड भावजुत्तं ।

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