Book Title: Saman Dhamma Rasayanam
Author(s): Dharmdhurandharsuri, Bhuvanchandravijay
Publisher: Shrutgyan Prasarak Sabha
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.."समण धम्म रसायणं" वित्ति कलियं पुणो | सुई - पवित्तो । होऊणं - भुच्चा । अरिहं - अरिहंतभयवंतं । अच्चउ - महउ | तऔ । केवललच्छिं - अविईय संपुण्णपंचमणाणसिरिं । वरउ - पावउ ।। ३) सोयविहीणा - सम्भसोयणधम्मरहिया । दीणा - किवणा । खीणा - दुब्बला । मलिणत्तं - समलभावं | ण चयंति - ण खलुजहंति | आरुग्गाओ - सत्थाओ । मुत्ता - रहिआ । रोगा - वाहीइ । णियं - अप्पयं । विलयं - विणासं । णयंति - पावेंति ।। ४) रागदोससिणेहसिणिद्धो - रागद्देससरूवसिणेह (तेल) चिक्कणो । जीवो - चेयणो । कम्मरयेण - कम्मधूलीइ । विलित्तो - खंरटिओ ।

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