Book Title: Saman Dhamma Rasayanam
Author(s): Dharmdhurandharsuri, Bhuvanchandravijay
Publisher: Shrutgyan Prasarak Sabha
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"समण धम्म रसायणं" वित्ति कलियं कालं - मलिणं । पकुणइ - संपायेइ । तं तण्हं - तारिसिं लोलुअअं । मुत्ती - धणपंती - णिल्लोभयोरूवा । मेहमाला । पसमेइ - विज्झाएइ ।। ३) लोहपिसायो - लोहरूवोवंतरविसेसो सायं - सुक्खं । हणइ - विणासेइ । तहा - पुणो । वहजालं - हणणसंघायं, घायपासं वा । णेइ - पावेइ । तं - लोहपिसायं । मुत्ती महदेवी - णिल्लोभयारूवा परमा भगवई । णिहणइ - मारेइ । जह - जंपयारेण वालं - सप्पं | मऊरवहू - मऊरी ।। ४) जह जह - जहा जहा । लाहो - पत्ती । तह तह - तहा तहा । पलंब कालं - वेगेण । लोहो - मणोरहो । वड्डइ - उवचिओ होइ । तस्स - लोइस्स । कत्थवि - कस्सिंपि थले ।

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