Book Title: Saman Dhamma Rasayanam
Author(s): Dharmdhurandharsuri, Bhuvanchandravijay
Publisher: Shrutgyan Prasarak Sabha
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"समण धम्म रसायणं" वित्ति कलियं
manan
।। वित्ती ।।
वित्ती - चेयण? - जीय? सरलं - सरलया - जुत्तं । अज्जवं - रिउभावं । अज्जउ - समज्जउ ।। १) जेणं - जेणप्पणा । णिच्चं - सया । अउलं - अतुल्लं । विउलं - वित्थिण्णं । .
अज्जवं - उउभावो । हियये - अन्तकरणमज्झे । धरियं - रक्खियं । तस्स - तस्सप्पणो । सइ - पइदिणं । सयला - सव्वा । सिद्धि । कज्जणिठ्ठा । संपज्जइ - जायइ । सुकिच्चं - साहुकज्जं सिज्जइ - संपण्णं हवइ ।।१।। २) माया - णियई । मच्चू - मरणं । अज्जवं सरलत्तं - | अमयं - पीऊसं । उभयंखुमाया अज्जवं य दुवे णूणं ।

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