Book Title: Saman Dhamma Rasayanam
Author(s): Dharmdhurandharsuri, Bhuvanchandravijay
Publisher: Shrutgyan Prasarak Sabha
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१०
॥ वित्ती ॥
१) वेत्ती - उपद्दवहरं - किलेससंहरणं । मद्दवं - मिउभावो ।
जयइ - सब्वविसेसेणं वट्टइ । जंविणु - जस्स विरहे ।
मयमयंगओ - मदमत्तो मयरूवो हत्थी । मयओ - अमस्सओ ।
आयारामं - चेयणरूवमुज्जाणं ।
दलइ विणासेइ ।
-
मुणी - साहू । तं मयमयंगयं ।
'समण धम्म रसायणं" वित्ति कलियं
मद्दवसिणिणा - मद्दवरूवेण अंकुसेण ।
णामंणामं - णामिऊणणामिऊण ।
कामं - जहिच्छं ।
वसं - साहीणं ।
णेइ - पावेइ ।।१।।
२) बलीबाहू - बाहुबली सिरि आदिसरसुओ मुणी मुणी ।
संवच्छर समयं वरिसकालं जाव
समणत्तं सामण्णं ।
संसेवइ - सुट्टु चरइ | जावं - मद्दवं - मिउभावो ।
-
हि - खलु । उपचरियं - उपासियं ।

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