Book Title: Sagarmal Jain Abhinandan Granth
Author(s): Shreeprakash Pandey
Publisher: Parshwanath Vidyapith

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Page 12
________________ अमक्ष आ * केशरी नाथ त्रिपाठी A संख्या : 134/अ वि स/98 विधान भवन लखनऊ दिनांक : 2 फरवरी, 1998 विधान Tसभा.9 रपट सन्देश यह जानकर अत्यन्त हर्ष हुआ कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी द्वारा शोध हेतु मान्यता प्राप्त पार्श्वनाथ विद्यापीठ की हीरक जयन्ती के शुभ अवसर पर जैन धर्म एवं दर्शन के मर्मज्ञ गनीषी एवं विद्यापीठ के निदेशक TO सागरमल जैन वा अभिनन्दन ग्रंथ प्रकाशित किया जा रहा है। में उपरोक्त ग्रन्थ ले सफा एवं सुरचिपूर्ण प्रकाशन के लिए अपनी शुभ कामनाएँ प्रेषित करता हूँ । Ankun 3 केशरी नाथ त्रिपाठी For Private & Personal Use Only Jain Education International www.jainelibrary.org

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