Book Title: Sagarmal Jain Abhinandan Granth
Author(s): Shreeprakash Pandey
Publisher: Parshwanath Vidyapith

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Page 10
________________ राष्ट्रपति सचिवालय राष्ट्रपति भवन नई दिल्ली - 110004 President' Seoretariat Rashtrapati Bhavan New Delhi-110004 मत्यमेव जयते 10 फखरी, 1998 महामहिम राष्ट्रपति, श्री के. आर. नारायणन जी को यह जानकर प्रसन्नता हुई कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी द्वारा शोध हेत मान्यता प्राप्त पार्थनाथ विद्यापीठ की प्रबन्ध समिति अपनी हीरक जयन्ती के शुभ अवसर पर अप्रैल, 1998, में जैन धर्म एवं दर्शन के मर्मज मनीची एवं विद्यापीठ के निदेशक डॉ. सागरमल जैन का अभिनन्दन ग्रंथ प्रकाशित कर रही है। राष्ट्रपति जी इस ग्रंथ की सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएँ प्रेषित करते हैं। आपका Guyson (पी.पी. कोशिक) विशेष कार्याधिकारी (हिन्दी) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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