Book Title: Ratna Upratna Nag Nagina Sampurna Gyan
Author(s): Kapil Mohan
Publisher: Randhir Prakashan Haridwar

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Page 8
________________ मिथुन लग्न, कर्क लग्न सिंह लग्न कन्या लग्न, तुला लग्न वृश्चिक लग्न, धनु लग्न मकर लग्न, कुम्भ लग्न मीन लग्न लग्नानुसार रत्न धारण करने की विधि ७. रत्नों की उत्पत्ति के आधार पर रत्न धारण ८. रत्नों के भेद भारतीय उपरत्न ८४ प्रकार के उपरत्न उन्नतीस मोहरे, बनावटी रत्न गढ़े हुए रत्न, संश्लिष्ट रत्न ९. नवरत्न और उनका प्रयोग १. माणिक्य रत्न (Ruby) माणिक्य का उपरत्न लालड़ी माणिक्य के अन्य उपरत्न २. मोती रत्न (Pearl) ३. मूंगा रत्न (Coral) ४. पन्ना रत्न (Emerald) ५. पुखराज रत्न (Topaz, Yellow Sapphire) ६. हीरा सर्वोत्तम रत्न (Diamond) ७. नीलम रत्न (Blue Sapphire) ८. गोमेद रत्न (Zircon, Hessonite) ९. लहसुनिया (Cat's Eye) हकीक रत्न सुलेमानी पत्थर १०. रत्नों के प्रभाव की अवधि सूर्यरत्न माणिक्य (Ruby) चन्द्र रत्न मोती (Pearl) १०४ १०४ १०४ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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